Dhanbad News: रेलवे की ओर से कई काम को आउटसोर्स किया गया है. यहां प्राइवेट एजेंसियों को काम दिया गया है. इन्हीं एजेंसी के कतिपय कर्मचारी रेलवे की संपत्ति पर हाथ साफ कर रहे हैं. दो माह में चार मामले सामने आ चुके हैं. रेलवे का लोहा से लेकर डीजल तक की चोरी पकड़ी गयी है. ट्रेन के मेंटेनेंस से जुड़ा काम रेलवे यार्ड में होता है. लेकिन, यहां काम करने वाले अधिकांश कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं होता है. कई कर्मचारियों के पास आई कार्ड तक नहीं होता है. कर्मचारियों की मॉनिटरिंग भी सही से नहीं हो रही है. इसका फायदा निजी कंपनियों के कर्मचारी उठा रहे हैं. इससे रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा खतरे में पड़ गयी है. बड़ी आसानी से सेंध लगने लगा है.
कोचिंग से होती है चोरी
: रेलवे के संपत्ति की सुरक्षा की जिम्मेवारी आरपीएफ को दी गयी है. लेकिन, आरपीएफ एक हद तक ही काम कर पा रही है. जांच के दौरान यार्ड में आरपीएफ व रेल कर्मचारियों के बीच विवाद भी हुआ था. लेकिन, रेलवे यार्ड, कोचिंग रेलवे के सामान की चोरी के लिए सबसे बेहतर जगह बन गया है.केस स्टडी-1
पांच अप्रैल को चोरी की रेल संपत्ति (मूल्य करीब 7,000) के साथ पांच अभियुक्त को पकड़ा गया था. इसमें राणा प्रताप पासवान (आउटसोर्सिंग कर्मचारी सह संगठित गिरोह का मुखिया) समेत अन्य थे. इनके खिलाफ आरपीएफ ने मामला संख्या 07/25, दिनांक 05.04.25, यू/एस – 3 आरपी(यूपी) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया.केस स्टडी-2नौ अप्रैल को सिंदरी मार्शलिंग स्टेशन में रात्रि में प्रतिनियुक्त प्राइवेट कंपनी के चौकीदार एवं कर्मचारी द्वारा रेल परिसर से रेलवे का लोहा व केबल की चोरी की गयी. बीकेवाई-एचइडब्ल्यू (जेवी) कंपनी, कोलकाता के द्वारा प्रतिनियुक्त अहमद अली उर्फ भानु अली, वायरमैन सह सुपरवाइजर साथ रात्रि चौकीदार के रूप में प्रतिनियुक्त तीन स्थानीय व्यक्तियों पवन सिंह, रोहित मंडल तथा मोहित कुमार यादव को रेलवे के कॉपर केबल के साथ पकड़ा गया था. पांचों अभियुक्तों के विरुद्ध मु०अ०सं० 08/25, दिनांक 10/04/25, यू/एस 3आरपी(यूपी) एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया.
केस स्टडी-317 मई को सीआईबी ने स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में थ्रू लाइन से अवैध वसूली करते एक व्यक्ति को पकड़ा. उसने पार्किंग एजेंसी का कर्मी होने का दावा किया. इसके बाद टीम ने पार्किंग लेने वाले को बुलाया, लेकिन वह सामने नहीं आया. बाद में उसके खिलाफ कार्रवाई की गयी.
केस स्टडी-420 मई को आरपीएफ टीम ने कोचिंग डिपो में बायोटैंक सफाई के लिए आउसाेर्सिंग कंपनी थारू एंड संस में सुपरवाइजर के पद कार्यरत शिबू रविदास, वर्ष 2016 से धनबाद कोचिंग डिपो में आउटसोर्सिंग स्टाफ रहा नीरज कुमार साव, धनबाद रेलवे यार्ड में स्पेशल ड्यूटी के लिए पूर्व में आ चुका है विपुल कुमार झा समेत एक अन्य को गिरफ्तार किया है. इनके खिलाफ कांड संख्या 14/25 दिनांक 20 मई अंतर्गत धारा 3आरपी(यूपी) एक्ट दर्ज किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है