धनबाद.
धनबाद के सरकारी अस्पतालों की बदहाली फिर सुर्खियों में है. सोमवार को उपासी कुमारी नाम की गर्भवती महिला को तेज प्रसव पीड़ा के बाद सदर अस्पताल लाया गया. लेकिन यहां ना डॉक्टर मिले और ना ही समय पर इलाज हुआ. महिला के पति नरेश कुमार ने बताया कि रात एक बजे से उनकी पत्नी दर्द में थीं, जिसके बाद वे अस्पताल पहुंचे. यहां कोई डॉक्टर नहीं थे. करीब दो घंटे तक इंतजार किया. इस बीच कई बार कर्मियों को बोलने के बाद भी जब डॉक्टर नहीं आए तब वह अपनी पत्नी को लेकर एसएनएमएमसीएच चले गए. नरेश कुमार ने बताया कि अगर समय रहते वह अपनी पत्नी को लेकर एसएनएमएमसीएच नहीं जाते तो उसकी जान भी जा सकती थी. ज्ञात हो कि यह कोई पहली बार नहीं है, जब धनबाद के अस्पतालों में इस तरह की लापरवाही सामने आयी है.आपातकालीन वार्ड में कर्मियों की कमी से परेशानी
धनबाद के शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में आपातकालीन वार्ड की स्थिति लगातार चिंताजनक बनी हुई है. 26 मई को अस्पताल प्रबंधन ने निर्देश जारी किया था कि आपातकालीन वार्ड में आने वाले सभी मरीजों का प्राथमिकता के आधार पर तुरंत इलाज किया जाये. मगर डॉक्टरों व कर्मियों की कमी के वजह से यह संभव नहीं हो पा रहा है. सोमवार को मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ा. टुंडी निवासी नमन ने बताया कि वह अपनी मां को लेकर अस्पताल पहुंचे थे, उनका सिर गंभीर रूप से फट गया था. पिछले एक घंटे से इंतजार करने के बाद भी न कोई डॉक्टर पहुंचा और ना इलाज शुरू हो सका. उन्होंने बताया कि वार्ड में भीड़ इतनी अधिक थी कि स्टाफ भी असहाय नजर आया. वार्ड के भीतर मौजूद कई अन्य मरीज भी इलाज के इंतजार में परेशान दिखे. अस्पताल में कर्मियों कि कमी से मरीजों का इलाज भी समय पर नहीं हो पा रहा है और ना आदेश का पालन हो पा रहा है.
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