धनबाद.
शुक्रवार से सावन मास शुरू हो रहा है. इस माह देवों के देव महादेव की पूजा-अर्चना कर भक्तगण सुख-समृद्धि का आशीष मांगते हैं. वहीं सुहागिनें सदा सुहागन रहने के लिए पूजा करती हैं. सावन मास भोलेनाथ को अति प्रिय है. मान्यता है कि वह पूरे मास धरा पर रहते हैं और भक्तों पर आशीष बरसाते हैं. वहीं नौ अगस्त को पूर्णिमा के साथ सावन माह समाप्त होगा. सावन को लेकर कोयलांचल के शिवालयों में विशेष तैयारी की गयी है. मंदिरों के पट खुलने का समय बदल दिया गया है. सोमवारी के दिन विशेष व्यवस्था की गयी है.शिव, शक्ति की होगी आराधना
सावन माह में शिव व शक्ति दोनों की आराधना की जाती है. सोमवार को महादेव व मंगलवार को मंगला गौरी की पूजा सुहागिनों द्वारा की जायेगी. वहीं भूईंफोड़ मंदिर, शिवशक्ति मंदिर, शक्ति मंदिर, खड़ेश्वरी मंदिर, भूतनाथ मंदिर मटकुरिया के अलावा अन्य मंदिरों में कहीं रूद्राभिषेक, तो कहीं भस्म शृंगार किया जायेगा. सावन में 14, 21, 28 जुलाई व चार अगस्त को सोमवारी की पूजा होगी. 15, 22, 29 जुलाई व पांच अगस्त को मंगला गौरी पर मां गौरी की पूजा कर सुहागिनें अखंड सुहाग का वरदान मांगेगी. नौ अगस्त को सावन पूर्णिमा है.हर हर महादेव के गूंजे नारे
सावन की पहली सोमवारी पर बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक करने कांवरियों का जत्था बाबाधाम के लिए निकल चुका हैं. गुरुवार को कांवरियों के जत्थों ने शिवालय पहुंचकर महादेव की पूजा अर्चना की और कांवर यात्रा निर्विघ्न पूरा करने का संकल्प लिया. इस दौरान शिवालय हर हर महादेव के नारों से गूंज उठे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है