नगर निगम में कार्यरत 12 सुपरवाइजरों की सेवा 31 मार्च को समाप्त हो गयी. एक अप्रैल से इन सुपरवाइजरों से काम नहीं लेने का निर्देश नगर आयुक्त ने जारी किया है. नगर निगम अधिकारी के मुताबिक निगम में 30 पद सुपरवाइजर के लिए स्वीकृत हैं. इसमें स्थायी रूप से चार सुपरवाइजर पहले से कार्यरत हैं. चार नये सुपरवाइजर की यहां पोस्टिंग की गयी है. जो स्थायी सुपरवाइजर पहले से कार्यरत हैं, वे नगर निगम में अलग-अलग शाखा के प्रभारी हैं. 2015-16 में नगर निगम में दैनिक वेतन मान में 34 सुपरवाइजरों को रखा गया था.
हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया :
नगर निगम में स्थायी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने के बाद 22 सुपरवाइजरों ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. आठ से नौ साल सेवा देने के बाद नौकरी से नहीं हटाये जाने की रिट याचिका दायर की थी. कोर्ट ने मामले में स्टे लगा दिया है, जो दैनिक वेतन भोगी 12 सुपरवाइजर बच गये थे, उनकी सेवा 31 मार्च 2025 को समाप्त कर दी है. इन 12 सुपरवाइजरों ने भी हाइकोर्ट में रिट याचिका दायर की है, लेकिन इन्हें स्टे न देते हुए कोर्ट ने 22 सुपरवाइजरों के साथ इनके मामले को भी जोड़ दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है