धनबाद .
बरमसिया स्थित भारतीय खाद्य निगम के गोदाम के पास रेलवे यार्ड में खुले में रखी अरवा चावल की 500 बोरियों के भीगने के मामले में कार्रवाई हुई है. शुक्रवार को एफसीआइ के मंडल प्रबंधक चक्रपाणी सिद्धार्थ ने निगम के कुछ कर्मचारियों और ट्रांसपोर्टर को शोकॉज किया. उन्होंने पूछा है कि बिना समुचित व्यवस्था के प्लेटफॉर्म पर चावल क्यों डंप किया गया. बताते चलें कि गुरुवार को हुई झमाझम बारिश में चावल की ये बोरियां भीग गयी थीं. इस बीच, एफसीआइ की इन चावल की बोरियों का उठाव शुरू कर दिया गया. गुरुवार देर शाम से बाेरियों को उठाने का कार्य शुरू किया गया, जो शुक्रवार को भी जारी रहा. चावल की ये बोरियां गोदाम भेजी जा रही हैं. दूसरी ओर, एफसीआइ यार्ड में चावल का रैक आने का सिलसिला भी जारी है. हालांकि यार्ड के प्लेटफॉर्म में रखे चावल का उठाव पहले किया जा रहा है. इसके बाद जो रैक आया है, उसे अनलोड किया जायेगा.मंडल प्रबंधक बोले: खराब नहीं हुआ है चावल
इथेनॉल के लिए आया है चावल, 500 बोरियां भीगीं, पर खराब नहीं हुई : एफसीआइ के मंडल प्रबंधक चक्रपाणी सिद्धार्थ ने बताया कि अचानक हुई मूसलधार बारिश के कारण चावल की लगभग 500 बोरियां भीग गयीं. हालांकि जूट का बोरा होने के कारण चावल खराब नहीं हुआ है. जिस बोरे में पानी लगा है, उसे गोदाम में पलटा जायेगा. चावल को री-पैकिंग कर इथेनॉल प्लांट भेजा जायेगा. अप्रैल में 45 हजार एमटी चावल आना है. लगभग 17 रैक चावल आयेगा. 11 अप्रैल तक चावल के छह रैक आये हैं, 11 रैक और आना है. यह चावल पंजाब व हरियाणा से आ रहा है. धनबाद में इथेनॉल कंपनी के लिए 45 एमटी अरवा चावल अलॉट किया गया है. यह चावल निरसा की एक इथेनॉल कंपनी में भेजा जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है