धनबाद.
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर लापरवाही जारी है. हाल ही वार्ड के पास बायोमेडिकल वेस्ट फेंकने के मामले में प्रबंधन ने दो कर्मियों को शोकॉज नोटिस जारी किया था.वहीं एक हफ्ते पहले ही अस्पताल प्रबंधन ने इस मुद्दे पर कार्यशाला आयोजित की थी और जूनियर डॉक्टरों को सम्मानित किया था. इसके बाद भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ. अस्पताल परिसर के विभिन्न हिस्सों में अब भी खुले में बायोमेडिकल वेस्ट फेंके जा रहे है. इससे संक्रमण फैलने का खतरा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा बायोमेडिकल वेस्ट के वैज्ञानिक निपटान को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किया गया हैं. इसके बावजूद अस्पताल परिसर में पीले, लाल व नीले बैगों में संग्रहित मेडिकल कचरे को निर्धारित प्रक्रिया के बिना ही खुले में फेंक दिया जा रहा है. बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट पर हुई थी कार्यशाला : कुछ दिन पूर्व ही अस्पताल प्रबंधन की ओर से कार्यशाला आयोजन कर बायोमेडिकल वेस्ट के निपटान के लिए नियमों की जानकारी दी गई थी. इसका उद्देश्य सभी संबंधित कचरे को सही तरीके से अलग करने और उसे सुरक्षित तरीके से निस्तारित करने की प्रति जागरूक करना था. प्रशिक्षण के बावजूद लापरवाही हो रही है. बायो मेडिकल कचरे से बढ़ा खतरा : बायो मेडिकल कचरे को स्टोर करने के लिए दीवार से घिरा स्थान तो बना दिया गया है, लेकिन जब वह भर जाता है, तो कर्मी कचरे को वार्ड के पास ही फेंक देते हैं. अस्पताल गेट के पास डस्टबिन में भी खतरनाक मेडिकल वेस्ट फेंका जा रहा है. नियमों का हो रहा उल्लंघन : बायो मेडिकल वेस्ट को हर दिन संग्रह केंद्र से उठाकर सही तरीके से निपटान की व्यवस्था होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. कचरे का ढेर स्टोर कक्ष के बाहर ही नजर आता है. अस्पताल प्रबंधन और संबंधित एजेंसी की ओर से इसे नजरअंदाज किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है