धनबाद.
शहीद निर्मल महतो मेडिकल एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) की 100 एमबीबीएस सीटों पर खतरा मंडरा रहा है. एसएनएमएमसीएच में चिकित्सकों की कमी को देखते हुए एमबीबीएस सत्र 2025-28 के लिए सीट घटाने की चेतावनी नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) ने दी है. एसएनएमएमसीएच समेत राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेज की सीटों की मान्यता ( सीट बढ़ाने-घटाने) को लेकर गुरुवार को दिल्ली में एनएमसी की ओर से हियरिंग आयोजित की गयी थी. इसमें एनएमसी ने फैकल्टी की कमी को देखते हुए झारखंड राज्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एसएनएमएमसीएच की एमबीबीएस सीट घटाने की चेतावनी दी है. हियरिंग में स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन उपस्थित थे. वहीं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य व अधीक्षक वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए.रेड जोन में एसएनएमएमसीएच
एसएनएमएमसीएच में सीटों की मान्यता को लेकर एनएमसी द्वारा जो आंकड़ा प्रस्तुत किया गया है, उसके अनुसार एसएनएमएमसीएच रेड जोन में है. यहां चिकित्सकों के 42 प्रतिशत पद रिक्त हैं. यहां प्रोफेसर के कुल 33 पद सृजित हैं, इनमें से 28 पद रिक्त हैं. वहीं एसोसिएट प्रोफेसर के कुल 47 में से 21 पद रिक्त हैं. असिस्टेंट प्रोफेसर के 83 में से 67 पद रिक्त हैं. ट्यूटर के कुल 36 पद में आठ पद रिक्त हैं.
2016 के बाद 2023 में 100 सीट पर शुरू हुआ नामांकन
बता दें कि वर्ष 2016 के पहले तक एसएनएमएमसीएच (तब पीएमसीएच) में एमबीबीएस की 100 सीटों पर नामांकन होता था. फैकल्टी समेत अन्य कमियों के कारण तत्कालीन एमसीआइ ने यहां सीटें घटाकर 50 कर दी थी. वहीं काफी प्रयास के बाद वर्ष 2023 में यहां सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर 100 की गयी. हालांकि इस शर्त के साथ सीटें बढ़ायी गयी थीं कि एसएनएमएमसीएच इन कमियों को दूर कर लेगा.
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