धनबाद.
झारखंड सरकार के खेल निदेशालय ने जिला सहित राज्य भर के डे-बोर्डिंग, क्रीड़ा केंद्रों आदि में कोचों की उपस्थिति व कार्य निष्पादन को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. निदेशालय ने सभी जिलों से खेल गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. यह कदम उन शिकायतों के बाद उठाया गया है, जिनमें कोच की गैरमौजूदगी व लापरवाही की बात सामने आयी थी. खेल निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि जिन केंद्रों से समय पर गतिविधियों की रिपोर्ट नहीं मिलेगी या कोचों की उपस्थिति संदिग्ध मिलेगी, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. इस पहल का मुख्य उद्देश्य कोचिंग की गुणवत्ता में सुधार लाना व खिलाड़ियों को सही प्रशिक्षण दिलाना है.बायोमेट्रिक अटेंडेंस की होगी अनिवार्यता
खेल निदेशालय की ओर से जल्द ही राज्य के सभी डे-बोर्डिंग सेंटरों, क्रीड़ा किसलय केंद्रों आदि में बायोमेट्रिक हाजिरी की व्यवस्था लागू की जायेगी. अब कोच अपनी उपस्थिति जीआई टैग या आधार-लिंक्ड बायोमेट्रिक प्रणाली के जरिए दर्ज करेंगे. यह प्रणाली पूरी तरह डिजिटल होगी.
राज्य ओपन एथलेटिक्स प्रतियोगिता के विजेताओं से मिले डीएसओ
धनबाद. जिला खेल पदाधिकारी (डीएसओ) उमेश लोहरा ने मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बुधवार को 14वीं झारखंड राज्य ओपन एथलेटिक्स प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ियों से मुलाकात की. डीएसओ ने खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी व भविष्य में भी निरंतर मेहनत करते रहने की प्रेरणा दी. बता दें कि चंदनकियारी में आयोजित 14वीं झारखंड राज्य ओपन एथलेटिक्स प्रतियोगिता में धनबाद की महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन कर ओवरऑल चैंपियन का खिताब जीता.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है