धनबाद शहर के विभिन्न सड़कों पर डिवाइडरों के बीच लगे पौधों की देख-रेख अब नगर निगम करेगा. अब निगम की ओर से सभी सूखे हुए पौधों की जगह नये पौधे लगाये जायेंगे. साथ ही अशोक की जगह कोई दूसरा पेड़ लगाया जायेगा. जिसे मिट्टी की कम जरूरत होगी. प्रभात खबर ने शनिवार को शहर की सड़कों के डिवाइडरों पर लगे पौधों की बदहाली पर खबर प्रकाशित की थी. यहां की हरियाली पर मंडरा रहे खतरे को उजागर किया था. नगर आयुक्त रविराज शर्मा ने शनिवार को बताया कि इस योजना की देख-रेख अब खुद निगम करेगा. अब तक इस काम को निजी एजेंसी देख-रेख कर रही थी. सभी एजेंसियों का मेंटेनेंस का टर्म सितंबर 2024 में ही खत्म हो चुका है. इसके बावजूद कभी-कभी एजेंसियों द्वारा पौधों में पानी डलवाया जाता था. कई स्थानों पर गेबियन टूट चुका है. कई जगह पेड़ सूख गये हैं. श्री शर्मा ने बताया कि अब नगर निगम शहर के सिटी सेंटर से किसान चौक, रणधीर वर्मा चौक से गोल बिल्डिंग तक लगे पौधों की देख-भाल का कम निगम करेगा. निगम कर्मी ही अब इसकी मरम्मत करायेंगे. जहां जरूरत होगी वहां नया गेबियन लगाया जायेगा. साथ ही जो पौधे सूख गये हैं. उसकी जगह अशोक या कोई दूसरा पेड़ लगाया जायेगा. इसमें तकनीकी सहयोग भी लिया जायेगा. जिस पौधे को पनपने के लिए ज्यादा मिट्टी की जरूरत नहीं होगी. उसे ही लगाया जायेगा.
क्या है योजना
सनद हो कि धनबाद शहर के आबो-हवा ठीक रखने के लिए धनबाद नगर निगम को शहर में हरियाली अभियान के तहत राशि मिली थी. वर्ष 2022 में सिटी सेंटर से किसान चौक, रणधीर वर्मा चौक से गोल बिल्डिंग तक पौधे लगाये गये थे. पौधे लगाने वाली एजेंसी को तीन वर्षों तक मेंटेनेंस का काम मिला था. यह मियाद सितंबर 2024 में ही समाप्त हो चुकी है. रणधीर वर्मा चौक से गोल बिल्डिंग के बीच 5.2 किलोमीटर के बीच ही 1186 पौधे सूख गये हैं. 225 के गेबियन टूट चुके हैं. गेबियन के टूटने व पेड़ों के झुकने से राहगीरों को आने-जाने में परेशान हो रही है.
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