धनबाद.
जिला परिषद और नगर निगम के बीच परिसंपत्तियों को लेकर टकराव गहराता जा रहा है. हीरापुर चिल्ड्रेन पार्क और बेकारबांध के बाद अब पुराना बाजार स्थित पानी टंकी (जलमीनार) को लेकर दोनों के बीच स्वामित्व का विवाद सामने आया है. दरअसल, पुराना बाजार में स्थित 71 डिसमिल जमीन जिला परिषद की बताई जा रही है. हाल ही में जिला परिषद ने इस जमीन की बाउंड्री करायी थी. इसमें वर्षों पुराना जलमीनार स्थित है. बुधवार को जलमीनार के गेट पर ””धनबाद नगर निगम एवं पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल संख्या-1, गांधी नगर”” लिख दिया गया. इससे जिला परिषद के पदाधिकारी भड़क गये.दिनभर चला विवाद, हटाया गया नाम
बुधवार को जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह ने नगर आयुक्त रवि राज शर्मा से बात की और विरोध जताया. उन्होंने तत्काल गेट पर लिखे नगर निगम और विभाग के नाम को हटाने का निर्देश दिया. इसके बाद आनन-फानन में लिखा गया नाम मिटा दिया गया.जिला परिषद का आरोप : निगम कर रहा अतिक्रमण
जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह ने कहा कि जलमीनार जिला परिषद की संपत्ति है. नगर निगम जबरन स्वामित्व जताकर इसपर कब्जा करना चाहता है. बेकारबांध का सौंदर्यीकरण भी जिला परिषद की जमीन पर हुआ था, जिसे काम के बाद हैंडओवर करना था, लेकिन अब नगर निगम खुद को इसका स्वामी बता रहा है. यही स्थिति हीरापुर चिल्ड्रेन पार्क की भी है, जहां निगम पार्किंग शुल्क वसूल रहा है.नगर आयुक्त ने कहा : नाम किसने लिखवाया है पता नहीं
नगर आयुक्त रवि राज शर्मा ने कहा, “गेट पर नगर निगम का नाम किसने लिखवाया, इसकी जानकारी नहीं है. संभवतः यह पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से किया गया होगा. हीरापुर चिल्ड्रेन पार्क और बेकारबांध पर सरकार के संकल्प के अनुसार, ये फिलहाल नगर निगम के अधीन हैं. अगर जिला परिषद से कोई पत्र आता है, तो विचार किया जाएगा.”डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है