इसीआर ने मिशन रफ्तार के तहत शुक्रवार को 412 किमी लंबे ग्रैंडकॉर्ड रेलखंड के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से प्रधानखंता तक अप व डाउन लाइन पर अधिकतम 160 किमी प्रति घंटे की गति से ट्रेन का स्पीड ट्रायल किया. इस दौरान चार घंटे सात मिनट में यह ट्रेन डीडीयू से धनबाद पहुंच गयी. डीडीयू से ट्रेन 10.47 बजे खुलकर 12.34 बजे गया पहुंची. इसके बाद ट्रेन गया से 12.44 बजे खुलकर धनबाद दोपहर 2.40 बजे पहुंची. इसके बाद धनबाद से यह ट्रेन 3.43 बजे खुलकर 5.34 बजे पहुंची. वहां से 5.44 बजे खुलकर 7.24 बजे डीडीयू पहुंची. जीएम छत्रसाल सिंह के नेतृत्व में हुए स्पीड ट्रायल के सफल होने के साथ ही पूर्व मध्य रेल की उपलब्धियों में एक और अध्याय जुड़ गया है. यह रेलवे की तकनीकी क्षमता को दर्शाता है, साथ ही यह भविष्य में तेज और सुरक्षित यात्रा का मार्ग भी प्रशस्त करेगा. स्पीड ट्रायल के दौरान पं.दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से गया तक डीडीयू डीआरएम राजेश गुप्ता तथा गया से प्रधान खांटा तक धनबाद डीआरएम कमल किशोर सिन्हा सहित मुख्यालय व निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.
सुरक्षा को लेकर किये जायेंगे कई कार्य :
प्रमुख रेलमार्गों पर ट्रेनों की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रतिघंटा करने के उद्देश्य से रेलवे ट्रैक के दोनों किनारों पर सुरक्षा बाड़ लगाये जा रहे हैं. इसके तहत बिहार, झारखंड एवं उत्तर प्रदेश राज्य में पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के लगभग 412 किलोमीटर लंबे ग्रैंड कॉर्ड रेलवे ट्रैक को कवर किया जा रहा है. इनमें प्रधानखंटा से धनबाद, गोमो, कोडरमा, गया, सोननगर होते हुए पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन तक 412 किलोमीटर रेलखंड में अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है. इसके साथ इस रेलखंड पर कवच की स्थापना का भी कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है