Dhanbad News : फूल और कांटे फिल्म में खलनायक का अभिनय करने वाले कलाकार आरिफ खान शनिवार को छड़िदारडीह मदरसा में आयोजित दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए कतरास पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया. इस दौरान उन्होंने कहा कि फिल्मी दुनिया में धन, दौलत, शोहरत, इज्ज़त सब कुछ है. नहीं है, तो केवल सुकून. कहा कि वर्ष 1992 में फूल और कांटे में उन्हें विलेन का अभिनय करने का मौका मिला. इसके बाद लगातार 25 फिल्मों के साथ कई सीरियल में भी काम किया. फिल्मों में काम करने के बाद उनका मन सिनेमा जगत से हट गया. वर्तमान समय में इस्लाम धर्म के प्रचारक के रूप में पूरे देश में घूम रहे हैं. कहा कि कोई भी धर्म नफरत नहीं सिखाता, सबको भाईचारा के साथ रहना बताता है. आरिफ खान मानते हैं कि मदरसा में धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान देना जरूरी है. मौके पर मौलाना जहीरूद्दीन काशमी, मौलाना नादिर शाह, हाफिज जाकिर हुसैन, मुक्ति शाहिद,मुखिया मो अल्ताफ, अधिवक्ता एनुअल हक आदि थे.
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