Dhanbad News : सेल के टासरा ओपनकास्ट परियोजना में रोहड़ाबांध, गोशाला, टासरा बस्ती के लोगों के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त 42 एकड़ जमीन पर बहुमंजिली इमारत बलियापुर प्रखंड के आसनबनी पंचायत में बनाया गया है. नयी टाउनशिप में तीन हजार विस्थापितों को पुनर्वासित करने की योजना है. आसनबनी परियोजना में बलियापुर प्रखंड के आसनबनी, सरसकुंडी और कालीपुर के कुल 380 लोगों ने अपनी जमीन दी है. मुआवजा के रूप में 31 मई तक कुल 240 लोगों के बीच लगभग 22 करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है. 20 रैयतों के आवेदन पर मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया चल रही है. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी राम नारायण खलको ने बताया कि सडसाकुंडी, कालीपुर और आसनबनी मौजा में जमीन अधिग्रहण को लेकर कोई विवाद नहीं है. मात्र 15 फीसदी लोग बचे हैं, उनमें भी अधिकतर लोगों ने मुआवजा के लिए आवेदन दिया है. केवल 20 लोग बचे हैं, जिन्होंने मुआवजा के लिए आवेदन नहीं दिया है .
सरसकुंडी टाउनशिप में क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
बीरसिंहपुर पंचायत के सरसकुंडी में सेल के टासरा प्रोजेक्ट द्वारा आधुनिक तकनीक के आधार पर बहुमंजिली इमारत व कॉलोनी के निर्माण करवाया गया है, जिसमें टासरा प्रोजेक्ट के विस्थापित रोहड़ाबांध रैयत व गोशाला क्षेत्र के लोगों को बसाया जायेगा. इस कॉलोनी में स्कूल, मंदिर, पार्क, मार्केट कॉम्पलेक्स, स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा उपलब्ध होगी.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
सरसाकुंडी निवासी रूपलाल सोरेन ने कहा कि हमलोगों की जमीन गयी, जिसका एकमुश्त पैसा हमलोगों को मिला. आसनबनी निवासी उमेश कुमार महतो ने कहा कि उनका 46 डिसमिल जमीन नयी टाउनशिप में गयी है, जिसका मुआवजा राशि एकमुश्त मिली. एकमुश्त राशि मिलने से उन लोगों के पास स्वरोजगार के अवसर पैदा हुए हैं. इससे उनलोगों को लाभ होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है