पहाड़ों पर ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए जिला पर्यटन विभाग एडवेंचर स्पोर्ट्स व ट्रेकिंग रूट तैयार करेगा. इसके तहत जिला पर्यटन विभाग द्वारा वन विभाग को प्रस्ताव भेजा गया था, जिस पर वन विभाग ने मंजूरी देते हुए जिला पर्यटन विभाग को ट्रेकिंग रूट की सहमति देते हुए पत्र जारी किया है. वन विभाग द्वारा टुंडी प्रखंड के राजाबांध से छोटानागपुर तक साढ़े चार किलोमीटर व छोटानागपुर से कारीहीर तक साढ़े चार किलोमीटर तक ट्रेकिंग रूट का आवंटन किया गया है. जिला पर्यटन नोडल पदाधिकारी उमेश लोहरा ने बताया कि वन विभाग द्वारा ट्रेकिंग रूट की मंजूरी दे दी गयी है. इसमें किसी तरह का निर्माण कार्य करने की मनाही है. अब पर्यटन विभाग प्रस्तावित ट्रेकिंग रूट का निरीक्षण किया जायेगा. इसके बाद काम शुरू होगा व लोग ट्रेकिंग करेंगे.
ट्रेकिंग रूट पर नहीं होगा कोई निर्माण कार्य :
वन विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि निर्धारित ट्रेकिंग रूट पर किसी तरह के निर्माण कार्य को मना किया गया है. उमेश लोहरा ने बताया कि अभी वहां कच्चा पथ है. ट्रेकिंग करने वालों को रास्ते पर कुछ सुविधाएं दी जायेंगी. इस रास्ते पर बैठने के लिए बांस बेंच तथा टॉयलेट की व्यवस्था की जायेगी. ट्रेकिंग मार्ग के इस्तेमाल से पहले सुरक्षा संबंधित साइन बोर्ड, खतरा का बोर्ड लगाया जायेगा.फिलहाल कच्चे रास्ते पर है ट्रेकिंग रूट :
वर्तमान में पहाड़ी पर कच्चे रास्ते पर ट्रेकिंग रूट है. जहां कभी-कभी युवाओं की टोली मौज मस्ती के लिए पहुंचते हैं. पर्यटन विभाग द्वारा इस रास्ते को विकसित किया जायेगा. इससे लोग ट्रेकिंग के लिए आकर्षित हों. वन नियमों का अनुसार काम किया जायेगा.ट्रेकिंग के लिए पुरुलिया जाते हैं स्कूली बच्चे :
धनबाद के बच्चों को हर साल दिसंबर माह में ट्रेकिंग के लिए पुरुलिया ले जाया जाता है. जहां बच्चे ट्रेकिंग और क्लाइंबिंग करते हैं. कोलफील्ड नेचर लवर की ओर से हर साल बच्चों को पुरुलिया के पहाड़ों पर ले जाया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है