Dhanbad News: डीएवी कोयलानगर के 12वीं के छात्र तुहिन भट्टाचार्यी जून माह में जापान में आयोजित एक्सचेंज प्रोग्राम “सकुरा ” में हिस्सा लेगा. तुहिन वहां अपने मॉडल ‘अनुश्रवण’ का प्रेजेंटेशन देगा. तुहिन के पिता तारक नाथ भट्टाचार्यी लॉजिस्टिक्स कंपनी में कार्यरत हैं जबकि मां सोनाली भट्टाचार्यी आइआइटी आइएसएम में कार्यरत है. हाल ही में, तुहिन ने नागपुर विश्वविद्यालय में आयोजित 108वीं इंडियन साइंस कांग्रेस में झारखंड का प्रतिनिधित्व किया था. वहां उसके प्रोजेक्ट ‘अनुश्रवण’ को पेटेंट कराने के लिए चयनित किया गया. इसके बाद उसके प्रोजेक्ट के पेटेंट के लिए आवेदन किया गया है. तुहिन की इस सफलता पर स्कूल परिवार गदगद है. प्राचार्य एनएन श्रीवास्तव ने तुहिन को बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है.
क्या है अनुश्रवण मॉडल
अनुश्रवण एक एंटी-थेफ्ट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम है, जो कोयला और अन्य खनिजों की चोरी रोकने तथा उनके सुरक्षित परिवहन को सुनिश्चित करने में मदद करता है. इस प्रणाली के तहत ट्रांसपोर्टिंग वाहनों पर एक विशेष वजन मापक यंत्र लगाया जायेगा, जो यात्रा के दौरान कोयले के वजन की निगरानी करेगा. यह सिस्टम आइओटी और जीएसएम तकनीक से जुड़ा होगा. इससे वाहन का वास्तविक समय का वजन और लोकेशन नियंत्रण कक्ष को भेजा जायेगा. यदि रास्ते में कोयले के वजन में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट होती है या वाहन निर्धारित मार्ग से हटता है, तो ईंधन की आपूर्ति स्वचालित रूप से रोक दी जाएगी. यह तकनीक कोयला चोरी को रोकने, आर्थिक हानि को कम करने और पारदर्शी परिवहन में सहायक होगा.
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