धनबाद.
बीबीएमकेयू के पूर्व कुलपति प्रो शुकदेव भोई के कार्यकाल में धनबाद-बोकारो के 20 निजी बीएड कॉलेजों से लिये गये पैसे को विश्वविद्यालय प्रशासन ने वापस करने का निर्णय लिया है. प्रो शुकदेव भोई ने 21 में से 20 निजी बीएड कॉलेजों से विश्वविद्यालय विकास कोष में पैसे लिये थे. प्रत्येक बीएड कॉलेज से सात लाख रुपए लिये गये थे. यह पैसा अभी विश्वविद्यालय के कोष में जमा है. पिछले दिनों कुलपति प्रो रामकुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में बीएड कॉलेजों को पैसा वापस करने का निर्णय लिया गया था. इसके लिए डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया.कमेटी के समक्ष बीएड कॉलेजों को देना है आवेदन
प्राइवेट बीएड कॉलेजों को पैसा वापस लेने के लिए कमेटी को आवेदन देना है. गुरुवार को कमेटी की पहली बैठक हुई. डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह के अनुसार कुछ कॉलेजों ने पैसा वापस लेने के लिए कमेटी के समक्ष आवेदन दिया है. अन्य कॉलेजों के आवेदनों का भी इंतजार है. बाद में आवेदनों की समीक्षा कर सभी बीएड कॉलेजों का पैसा लौटा दिया जाएगा.शिक्षकों के पैसा पर नहीं लिया गया कोई निर्णय
प्रो भोई के कार्यकाल में विश्वविद्यालय अधिकारियों, विभागाध्यक्षों, कॉलेज के प्राचार्यों और शिक्षकों से भी एक बड़ी राशि विश्वविद्यालय विकास कोष में ली गयी थी. तब विश्वविद्यालय द्वारा इस कोष के लिए अलग से खाता खोला गया था. बाद में यही खाता प्रो शुकदेव भोई को बीच कार्यकाल में हटाने का प्रमुख कारण बना था. इसकी वजह से प्रो भोई काफी विवादों में रहे थे. राज भवन ने इसे गलत बताते हुए प्रो भोई से अक्तूबर 2023 में इस्तीफा ले लिया था.डाॅ शर्मिला रानी ने राजगंज डिग्री कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य पद से दिया इस्तीफा
एसएसएलएनटी की प्राचार्या डॉ शर्मिला रानी ने राजगंज डिग्री कॉलेज के प्राचार्य पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने यह इस्तीफा गुरुवार को विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रामकुमार सिंह को सौंप दिया. उन्होंने किन कारण से इस्तीफा दिया है, अभी तक यह पता नहीं चला है. वहीं दूसरी ओर कुलपति ने अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है.
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