धनबाद.
नगर निगम कार्यालय में बुधवार को संवेदकों ने जमकर हंगामा किया. नगर निगम के अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ है. यहां उस समय हंगामा हुआ, जब दो संवेदक बकाया भुगतान की मांग को लेकर नगर निगम कार्यालय पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि लाखों रुपये का काम पूरा कराने के बावजूद निगम उन्हें भुगतान नहीं कर रहा है.लेखा पदाधिकारी पर फाइल लटकाने का आरोप
भुगतान में लगातार देरी से नाराज संवेदकों ने लेखा पदाधिकारी पर फाइल लटकाने का आरोप लगाया. संवेदक शिवम सिंह ने बताया कि उन्होंने 50 लाख रुपये की योजना का काम पूरा किया है, लेकिन भुगतान से संबंधित फाइल दो माह से लेखा पदाधिकारी के टेबल पर लंबित है. हर दिन आश्वासन दिया जाता है कि आज फाइल बढ़ा देंगे, लेकिन ऐसा नहीं किया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब फाइल पर कार्रवाई की मांग करते हैं तो लेखा पदाधिकारी कहती हैं कि मेरा ट्रांसफर करा दीजिए. संवेदक शंकर सिंह ने भी कहा कि 55 लाख की योजना पूरी हो चुकी है. भुगतान के लिए दो माह से निगम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, कोई सुनवाई नहीं हो रही. अब तो निगम गेट पर आत्महत्या करने की नौबत आ गयी है. बता दें कि नगर निगम में संवेदकों का हंगामा एक बार फिर निगम की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है.
लेखा पदाधिकारी ने कहा : सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही भुगतान
लेखा पदाधिकारी शुभा जयसवाल ने संवेदकों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि फाइल उनके पास केवल 15 दिन पहले आयी है. उन्होंने कहा कि यह फाइनांशियल मामला है, जिसमें विभिन्न स्तरों पर जांच जरूरी होती है. सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही भुगतान किया जाएगा.
नगर आयुक्त ने दिया जांच का आदेश
नगर आयुक्त रवि राज शर्मा ने कहा कि हंगामा की जानकारी उन्हें मिली है. कुछ विशेष फाइलों को लेकर मामला होगा. उन्होंने कहा कि जांच कराई जा रही है. संवेदकों का जल्द भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा.
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