Dhanbad News: तोपचांची प्रखंड की गुनघसा पंचायत के आदिवासी टोला सुकुडीह के आंगनबाड़ी सेविका चयन को लेकर आमसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ. स्थिति को देखते हुए चयन प्रक्रिया कर दी गयी. इसके बाद लोग शांत हुए. सेविका पद के लिए 19 महिलाओं ने आवेदन जमा किया. हर आवेदन की जांच के बाद अंक दिया जा रहा था. लेकिन आदिवासी समुदाय की महिलाओं का आवेदन किनारे रखा जा रहा था. सीडीपीओ ममता साह ने ओबीसी से एक महिला का चयन की घोषणा की. इस पर आदिवासी महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया. यह देख सीडीपीओ आमसभा छोड़ कर निकल गयी. सूचना पाकर हरिहरपुर थाना प्रभारी राहुल कुमार झा दलबल के साथ पहुंचे और ग्रामीणों को शांत कराया. ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी केंद्र में केवल आदिवासी टोला के बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन सेविका चयन में आदिवासियों की उपेक्षा की जा रही थी. मौके पर कई पंचायत प्रतिनिधि मौजूद थे.
सीडीपीओ ने बंधक बनाने का लगाया आरोप, ग्रामीणों का इंकार
पुलिस पहुंचने के बाद सीडीपीओ ममता शाह दोबारा सुकुडीह पहुंची. उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि नियम के अनुसार बाहुल्य वर्ग से सेविका का चयन करना है. ओबीसी वर्ग से एक महिला का चयन किया गया है, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण चयन रद्द करना पड़ा. उन्होंने ग्रामीणों पर बंधक बनाने का भी आरोप लगाया. हालांकि महिलाओं ने सीडीपीओ के आरोप को बेबुनियाद बताया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है