धनबाद नगर निगम द्वारा भागाबांध पेटिया बस्ती जोड़िया के समीप सीएंडडी वेस्ट प्लांट निर्माण (कचड़ा डंपिंग) का कार्य शुक्रवार को ग्रामीणों ने रोक दिया. ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए निगम कर्मी वापस लौट गये. इस दौरान ग्रामीणों और निगम कर्मियों के बीच जमकर नोकझोंक हुई. वहीं सूचना पाकर भागाबांध समेत आस पास कई थानों की पुलिस पहुंची. ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी. ग्रामीणों का कहना है कि शहरी क्षेत्र के भवन व अन्य निर्माण के दौरान निकलने वाले कचरे का निष्पादन से क्षेत्र में प्रदूषण फैलेगा. इससे गंभीर बीमारियों से ग्रसित होना पड़ेगा. जिस जमीन पर प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है, वह रैयती है.
बोले ग्रामीण हम विकास में बाधक नहीं, कॉलेज और हॉस्पिटल बनाये निगम हम देंगे साथ :
स्थानीय ग्रामीण काली महतो, गोविन्द महतो, सुरेश कुमार महतो, कैलाश प्रसाद महतो आदि ने कहा कि ग्रामीण विकास के बाधक नही हैं. कॉलेज व हॉस्पिटल बनायें हमलोग स्वागत करेंगे. कचड़ा, सीवरेज व फ्लाइक्स प्लांट के निर्माण के पूर्व नगर निगम या सीओ की ग्रामीणों के साथ कोई वार्ता नही हुई. ग्रामीणों की सहमति नहीं ली गयी. सीओ द्वारा जारी एक नोटिस पंचायत सचिवालय में चिपकाया गया था. पत्र में उल्लेखित था कि 10 मार्च तक कोई भी आपत्ति दर्ज या रैयत कागज प्रस्तुत कर सकते हैं. लेकिन उस दिन सीओ अनुपस्थित रहे. बाद में नगर निगम के अधिकारियों ने ग्रामीणों को वार्ता के लिए धनबाद बुलाया. ग्रामीणों ने प्रखंड कार्यालय में बैठक करने की बात कह विरोध जताया. इसके बाद कोई वार्ता नहीं हुई. अचानक आठ से 10 लोगों की टीम पेटिया पहुंच गयी. मौके पर पुटकी अंचल के सीआइ छत्रधारी रविदास को मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त किया गया था. विरोध प्रदर्शन में संजय महतो, बिन्देसर महतो, जगदीश महतो, जगेश्वर महतो, सीताराम महतो, पूनम देवी, कंचन देवी, टुनिया देवी, आशा देवी सहित 150 से ज्यादा ग्रामीण मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है