धनबाद.
धनबाद जिले में हजारों मजदूर बिना पुलिस सत्यापन के काम कर रहे हैं. इससे सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर खतरा बढ़ गया है. इन मजदूरों की जांच और सत्यापन न होने से यह पता नहीं चल पा रहा है कि वे कौन हैं और उनकी पृष्ठभूमि क्या है. मजदूरों के पुलिस सत्यापन से न केवल सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि अपराध पर भी अंकुश लगेगा. ज्ञात हो कि धनबाद जिले के विभिन्न निर्माण स्थलों, उद्योगों और अन्य स्थानों पर हजारों मजदूर काम कर रहे हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश का पुलिस सत्यापन नहीं कराया गया है.कई प्रदेश के मजदूर धनबाद में करते हैं काम
धनबाद में कई प्रदेशों के मजदूर काम करने आ रहे हैं. इनमें खासकर भवन निर्माण में कुछ खास स्थान से लोगों को बुलाया जाता है. वे समूह में आते हैं और कई माह तक धनबाद में रह कर काम करते हैं. वे कौन हैं और उनकी पृष्ठ भूमि क्या है, इसकी जानकारी किसी को नहीं होती है. हाल के दिनों में कई चोरी व अन्य बड़ी घटनाएं घट चुकी हैं. इसके बाद थाना में मामला दर्ज किया जाता है, लेकिन पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच पाती.नये बसने वाले क्षेत्र को बनाते हैं निशाना
धनबाद में पिछले एक दशक के अंदर कई नये मुहल्ले और कॉलोनी बने हैं. कई नये अपार्टमेंट बनाये गये हैं. इनमें सबसे ज्यादा धनबाद, सरायढेला, बरवाअड्डा, गोविंदपुर और बलियापुर थाना क्षेत्र में नये मकान व अपार्टमेंट बनाये गये हैं. अभी कई भवनों का निर्माण चल रहा है. इसमें अधिकतर बाहरी मजदूर और मिस्त्री काम करते हैं, लेकिन किसी का पुलिस सत्यापन नहीं होता है. जबकि नये बसने वाले क्षेत्रों में ज्यादातर चोरी व अन्य घटनाएं होती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है