गुड न्यूज. ओपीडी के अलावा अब जरूरतमंद मरीज को भर्ती कराकर किया जा सकेगा इलाज
अब केवल फर्नीचर व उपकरण लगाने का काम है बचादेसी चिकित्सा पद्धति को मिलेगा बढ़ावा, लोगों में खुशी
आनंद जायसवाल, दुमकाएलोपैथी चिकित्सा पद्धति की तर्ज पर राज्य में अब आयुर्वेद, यूनानी व होमियोपैथी के जरिये मरीजों को इलाज होगा. इसके लिए इनडोर आयुर्वेद हॉस्पिटल का निर्माण लगभग हर जिले में हो रहा है. फिलहाल दुमका के हॉस्पिटल में 10 बेड की सुविधा उपलब्ध होगी. इससे मरीजों को इलाज की सुविधा मिलेगी. देसी चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने और मरीजों को देश की प्राचीन चिकित्सा पद्धति से लाभ दिलाने के लिए जरूरतमंद मरीज को आयुष अस्पताल में भर्ती कराकर आयुष चिकित्सा पद्धति से नो साइड इफेक्ट वाला इलाज किया जायेगा. दुमका जिला में 10 बेड का आयुष अस्पताल का भवन बनकर लगभग तैयार हो चुका है. आयुष अस्पताल को महीने-ड़ेढ महीने में झारखंड भवन निर्माण निगम लिमिटेड हैंडओवर करने की स्थिति में होगा. भवन की संरचना का काम पूरा होने और रंग-रोगन होने के बाद अब यहां उपकरण-उपस्कर लगाने का काम बचा हुआ है. आयुष अस्पताल का प्रोजेक्ट 5.72 करोड़ रुपये का है. इसे विजयपुर में मॉडल काॅलेज के सामने बनवाया गया है. आयुष अस्पताल में आयुष से संबंधित चिकित्सीय सेवा, ओपीडी व अस्पताल का संचालन हो पायेगा.
क्या होगा खास
आयुष चिकित्सा के लिए अब तक आउटडोर सुविधा रही है. 10 बेड वाले आयुष अस्पताल उपलब्ध हो जाने के बाद अब मरीजों को इंडोर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराते हुए अस्पताल में भर्ती कर आयुष चिकित्सा पद्धति से इलाज कराया जा सकेगा.क्या कहते हैं कार्यपालक अभियंता
झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा दुमका के विजयपुर में आयुष अस्पताल के लिए भवन निर्माण अंतिम चरण में है. केवल अब इसमें उपकरण व उपस्कर आदि स्थापित किये जाने हैं. 15-20 दिनों में ही सारे काम करा लिए जाने की उम्मीद है.
राजू कुमार, कार्यपालक अभियंताडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है