काठीकुंड. पचुवाड़ा साउथ ओपन कास्ट प्रोजेक्ट ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के तहत गुरुवार को काठीकुंड प्रखंड में 190 टीबी मरीजों को पोषण सहायता प्रदान की. यह पहल महाप्रबंधक गोट्टे रमेश के निर्देशन में “नि-क्षय मित्र योजना ” के अंतर्गत चलाई जा रही है, जो भारत सरकार के “टीबी मुक्त भारत अभियान ” से जुड़ी हुई है. मौके पर प्रोजेक्ट के प्रतिनिधियों ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य टीबी मरीजों को आवश्यक पोषण सहायता प्रदान कर उनके स्वास्थ्य में सुधार लाना और बीमारी से शीघ्र उबरने में मदद करना है. इस अभियान के तहत कोल ब्लॉक ने काठीकुंड प्रखंड को गोद लिया है और छह महीने तक लगातार टीबी मरीजों को पोषण किट देने का संकल्प लिया गया है. गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में योजना के दूसरे चरण के अंतर्गत दो महीने का राशन किट वितरित किया गया. प्रत्येक किट में 2 किलोग्राम दाल, 1 किलोग्राम चना, 1 किलोग्राम मूंगफली, 1 किलोग्राम गुड़ और 1 लीटर सरसों का तेल शामिल है. यह पोषण सामग्री टीबी मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करने में सहायक है.इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉ. पी. के. मरांडी, कोल ब्लॉक प्रतिनिधि सलिल विद्यार्थी, धर्मवीर कुमार और निमेय कुमार दे भी उपस्थित थे.
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