संवाददाता, दुमका. जिला प्रशासन शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण करनेवालों से सख्ती से निपट रहा है. बार-बार समझाये जाने और अपील करने के बाद भी दुकान के आगे छज्जा निकालनेवाले, अवैध तरीके से शेड बनवाने वाले, बांस-बल्ली लगाकर सड़क को संकीर्ण कर दुकान का माल बाहर निकलकर लगाने वालों पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में दूसरे दिन शनिवार को भी दुमका शहर के वीर कुंवर सिंह चौक से टीन बाजार व टीन बाजार से विवेकानंद चौक तक पूरे बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. अतिक्रमण हटाओ अभियान में दुमका के पुलिस अधिकारियों के अलावा परिवहन व नगर परिषद के पदाधिकारी भी शामिल थे. बुलडोजर चलाकर दुमका शहर के टीन बाजार से लेकर विवेकानंद चौक तक अतिक्रमण को हटाया गया. अतिक्रमण कर रोड में दुकान सजाने वालों के दुकानों को जबरन हटाया गया और चेतावनी दी गयी कि दोबारा सरकारी जमीन पर दुकान लगाया गया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. कई दुकानदारों ने पुलिस प्रशासन के पहुंचने से पहले ही अपनी दुकानों को समेट लिया था. कई गुमटी व दुकानों के बाहर लगे शेड को उखाड़कर नगर परिषद के कर्मी ट्रैक्टर में लोड कर अपने साथ लेकर चले गए. कई दुकानदारों पर नगर परिषद ने जुर्माना भी लगाया है.
अवैध रूप से पार्क किए वाहन मालिकों से वसूले 24 हजार रुपए :
इधर, रोड एवं रोड के किनारे दोपहिया व चारपहिया वाहनों के चालकों पर भी जुर्माना लगाया गया. परिवहन विभाग के कर्मियों ने करीब 11 दोपहिया एवं चारपहिया वाहनों के चालकों से अवैध रूप से रोड एवं रोड के किनारे पार्किंग करने वाले मालिकों से 24 हजार रुपए का जुर्माना वसूला. प्रशासन के इस कार्रवाई से दुकानदारों के बीच हड़कंप मचा हुआ है. गौरतलब हो कि शुक्रवार को भी दुमका शहर के बस पड़ाव एवं गांधी मैदान के पास अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था. प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमण हटाओ अभियान अभी जारी रहेगा. रोड में लगाने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा. नहीं हटाने पर उनके सामानों केा जब्त कर लिया जाएगा. वहीं रोड में मकान बनाने वाले सामग्री रखने वालों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी.कई गलियां बारह फीट से घटकर रह गयी छह-सात फीट चौड़ी :
दुमका शहर के सन साइन गली, पटवारी गली, थाना रोड, जिला स्कूल रोड, अजीम गली, टेलर गली, मस्जिद के पीछे शनि मंदिर रोड में जबरजस्त अतिक्रमण कर रखा गया है. दुकानों के छज्जे निकाल दिये गये हैं. इससे किसी दुपहिया वाहन का भी इन गलियों से गुजरना मुश्किल साबित हाेता है. आकस्मिक स्थिति आ जाए तो न तो सनसाइन गली, पटवारी गली जैसी सड़कों में तो किसी बड़े वाहन या एंबुलेंस आदि का भी प्रवेश होना मुश्किल हो सकता है. कई लोगों ने अपने घरों से दो-तीन फीट की बालकोनी आगे बढ़ा दी है, तो कई दुकानदारों ने डेढ-दो फीट का बॉक्स बनाकर साइनबोर्ड लगा दिया है. दुकान का सामान तो दुकान से बाहर सड़क पर टंगा दिखना तो सामान्य ही बात है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है