संवाददाता, दुमका. बिहार के छपरा निवासी एक ट्रक के मालिक दिलीप राउत की गोली मारकर हत्या करने के बाद धान भरा ट्रक लेकर भागने वाले 35 वर्षीय प्रेम कुमार गोस्वामी को पुलिस ने ओडिशा जाकर वहां से धर दबोचा है. वह धान लदा ट्रक लूटने और धान बेचने के बाद मोटी रकम कमाकर ओड़िशा भाग गया था. दुमका की पुलिस ने अपना तकनीकी अनुसंधान जारी रखा था और इसी क्रम में पुलिस को जानकारी हुई कि वह ओड़िशा में है. ऐसे में पुलिस की टीम वहां गयी और उसे लेकर यहां पहुंची. यहां लाने के बाद उससे पूछताछ के बाद स्पष्ट हो गया कि प्रेम गोस्वामी ने अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर दिलीप राउत की हत्या कर दी थी. एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि शुक्रवार को दुमका लाने के बाद उसे जेल भेज दिया गया. हत्याकांड में शामिल दो ट्रक चालक संदीप गोस्वामी व संजय यादव अभी भी फरार हैं. दोनों की तलाश चल रही है. आरोपित बिहार के बांका जिले के सुईया थाना क्षेत्र के जेरूआ गांव का रहने वाला है. पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया है. एसपी ने बताया कि दिलीप राउत गाड़ी मालिक होने के साथ स्वयं वाहन चलाता था. 02 अप्रैल को वह समस्तीपुर से धान लेकर बंगाल के वर्धमान के लिए निकला था. उसके साथ ट्रक का नया चालक प्रेम कुमार गोस्वामी भी था. बांका के पास अचानक गाड़ी खराब हो गयी. इसी बीच दो युवक आए और कोलकाता जाने की बात कहकर ट्रक में सवार हो गए. रास्ते में दिलीप की गोली मारकर हत्या कर दी और शव को हंसडीहा थाना क्षेत्र के बढ़ैत पुल के पास फेंककर धान समेत वाहन लेकर भाग गए. चौकीदार शीतल हांसदा के बयान पर अज्ञात पर हत्या का मामला दर्ज किया गया. अगले दिन शव की पहचान दिलीप राउत के रूप में हुई. शव की पहचान होने के बाद ट्रक चालक को ओडिशा से लाकर पूछताछ की गयी तो उसने सारा सच उगल दिया. मौके पर एसडीपीओ अमित कच्छप व हंसडीहा थाना प्रभारी प्रकाश सिंह आदि मौजूद थे.
धान बेचने के बाद लगा दी थी ट्रक में आग :
एसपी ने बताया कि ट्रक लूटने के बाद सारे धान को जमुई में बेच दिया और ट्रक को देवघर के जसीडीह थाना क्षेत्र के पुनासी में ले जाकर आग लगा दी थी. दिलीप की हत्या करने के बाद ट्रक को लूट लिया गया था. इस कारण प्रेम गोस्वामी के घरवालों ने हंसडीहा थाना में उसके गायब होने की शिकायत की. इसके बाद उस पर शक गहरा गया. हत्या करने के बाद प्रेम ओडिशा में वाहन चलाने लगा. उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने के बाद उसे वहां से लाकर पूछताछ की गयी तो सच्चाई सामने आ गयी.
बांका में रची गयी थी हत्या की साजिश :
पुलिस की मानें तो ट्रक चालक सह मालिक दिलीप की हत्या की साजिश बांका में रची गयी थी. पहले से तय हो चुका था कि गाड़ी बांका में खराब होगी और उसमें दो लोग सवार होंगे. जैसे ही बांका में गाड़ी खराब हुई, तभी संजय और संदीप गोस्वामी चालक के पास आए और काेलकाता ले चलने को कहा. दोनों बंगाल में वाहन चलाते थे. प्रेम दोनों को पहले से जानता था, इसलिए गाड़ी में बैठा लिया. रास्ते में तीनों ने वारदात को अंजाम दे दिया. हालांकि एक जगह सीसीटीवी में तीनों को साथ देखा गया था. इसलिए पुलिस का शक यकीन में बदल गया और पुलिस ने प्रेम गोस्वामी काे धर दबोचा.
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