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Lead News: साइबर अपराध सबसे गंभीर चुनौती, शेयर न करें ओटीपी

साइबर अपराधी इंटरनेट का दुरुपयोग कर न सिर्फ आर्थिक धोखाधड़ी बल्कि कई अन्य घातक अपराधों को भी अंजाम दे रहे हैं.

सुझाव. साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर के जनआंदोलन में छात्राओं से बोले एक्सपर्ट

कस्तूरबा स्कूल में साइबर ठगी से बचने के लिए छात्राओं को मिले टिप्स

सावधानी ही साइबर अपराध से बचने का सबसे सरल व कारगर उपाय

प्रतिनिधि, शिकारीपाड़ा

आधुनिक युग में साइबर अपराध देश के समक्ष गंभीर चुनौती बन उभर चुका है. देश में तकनीकी विकास व संचार क्रांति के साथ साइबर अपराध का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है. साइबर अपराधी इंटरनेट का दुरुपयोग कर न सिर्फ आर्थिक धोखाधड़ी बल्कि कई अन्य घातक अपराधों को भी अंजाम दे रहे हैं. चाइल्ड पोर्नोग्राफी, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक व अश्लील सामग्री का प्रसारण, डिजिटल ठगी, ब्लैकमेलिंग और डीप फेक वीडियो जैसे अपराध साइबर अपराध के तहत आते हैं. साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर का जनआंदोलन के तहत बढ़ते साइबर अपराध के मामलों को लेकर जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बरमसिया में सोमवार को जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें विशेष रूप से मैट्रिक और इंटर की छात्राओं ने भाग लिया. संवाद के दौरान शिकारीपाड़ा थाना के एसआई आशीष कुमार भारद्वाज ने छात्राओं को साइबर अपराध को अंजाम देने के विभिन्न तरीकों तथा इससे बचाव के उपायों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. कहा कि अत्याधुनिक तकनीकी विकास से अपराधी भी नये-नये तरीके अपनाकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. उन्होंने साइबर अपराध के विभिन्न रूपों की जानकारी देते हुए कहा कि इंटरनेट बैंकिंग धोखाधड़ी, चाइल्ड पोर्नोग्राफी, अश्लील वीडियो अपलोड करना, सोशल मीडिया अकाउंट हैक करना, डिजिटल अरेस्ट, डीप फेक वीडियो बनाकर वायरल करना, फर्जी ऐप के माध्यम से लोगों को ठगी की शिकार बनने की घटनाएं आये दिन होते ही जा रही हैं. इन अपराधों से बचने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है. उन्होंने ऑनलाइन बैंकिंग में सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा कि किसी को भी ओटीपी, एटीएम का पिन नबंर, नेट बैंकिंग पासवर्ड या अन्य गोपनीय जानकारी शेयर न करें. बैंक, बीमा कंपनी, टेलीकॉम विभाग या सरकारी एजेंसी फोन कॉल या मैसेज के माध्यम से पासवर्ड नहीं मांगती. यदि इस तरह की कॉल या मैसेज प्राप्त हो तो उसे नजरअंदाज करें. किसी लालच या भय में न आयें. इस क्रम में उन्होंने बताया कि यदि किसी अनजान नंबर से कॉल आये या सोशल मीडिया पर संदिग्ध लिंक मिले, तो उसे कदापि क्लिक न करें. कोई भी अज्ञात ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी सत्यता को परखें, फिर भी यदि कोई साइबर ठगी के शिकार बन जाते हैं तो तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करायें. उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि वे अपने परिवार, रिश्तेदारों और आस-पड़ोस के लोगों को साइबर अपराध से बचाव को लेकर जागरूक करें. इस दौरान छात्राओं ने खुलकर अपने-अपने विचार रखे तथा साइबर अपराध से संबंधित सवाल पूछे. इस क्रम में डीप फेक वीडियो और डिजिटल अरेस्ट जैसे जटिल विषयों पर भी चर्चा हुई, जिनका एसआई ने धैर्यपूर्वक उत्तर दिया. मौके पर वार्डन दीपिका कुमारी, एसबीआई बरमसिया के शाखा प्रबंधक हिलारियन किस्कू, लोखय चंद्र साहा , रेखा मंडल, इस्लामुद्दीन अंसारी आदि शिक्षक शिक्षिकाएं व छात्राएं उपस्थित थे.

ठगी से बचाव के लिए जागरुकता जरूरी : शाखा प्रबंधक

एसबीआई बरमसिया के शाखा प्रबंधक हिलारियन किस्कू ने कहा कि साइबर अपराध आधुनिक युग की एक ज्वलंत समस्या है. साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरुकता के साथ सतर्कता बेहद जरूरी है. लोग लोभ व भय से साइबर अपराधियों के षड्यंत्र में फंसते चले जाते है. बैंक कभी भी अपने ग्राहक से फोन पर पिन नंबर या गोपनीय पासवर्ड आदि की मांग नही करता है. उन्होंने किसी से अपना पासवर्ड साझा नही करने, लॉटरी व स्क्रैच के लोभ में नही पड़ने तथा पिन नंबर समय-समय पर बदलते रहने की जानकारी दी. कहा कि एटीएम से पैसा निकलते समय अपना व आसपास पर विशेष ध्यान रखें.

तेजी से बढ़ रहा साइबर अपराध, रहें सचेत : वार्डन

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बरमसिया के वार्डन दीपिका कुमारी ने कहा कि साइबर अपराध आज के समय की गंभीर चुनौती बन चुकी है. प्रभात खबर की साइबर अपराध के लिए जागरुकता अभियान काफी सराहनीय कदम है. साइबर अपराध की चुनौतियों से आज देशवासी जूझ रहे हैं. साइबर अपराध इंटरनेट के माध्यम ठगी का शिकार बनाने का एक तरीका है. लोभ में पड़ कर आज हम ठगे जा रहे हैं. किसी से पासवर्ड का शेयर नही करें. समय-समय पर पिन नंबर बदलते रहे. सावधानी ही साइबर अपराध से बचने का सबसे सरल व कारगर उपाय है.

सोच-समझ कर करें इंटरनेट का इस्तेमाल : शिक्षिका

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बरमसिया के शिक्षिका रेखा मंडल ने कहा कि आज पूरी दुनिया में साइबर अपराध का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है. साइबर अपराधी इंटरनेट के माध्यम से नित्य नये नये तरीके इजाद कर हमें ठगी का शिकार बना रहे हैं. हमारे फोन तो स्मार्ट हो गये पर हमलोग स्मार्ट नहीं बन पा रहे हैं. लोभ व भय से हमलोग साइबर अपराधियों के चंगुल फंसते चले जाते हैं. सावधानी ही इस अपराध से बचने मार्ग है. कहा कि एटीएम का पिन नबंर बदलते रहना चाहिए. एटीएम के पीछे पिन नंबर कभी नहीं लिखना चाहिए.

अपने निजी जानकारी को नहीं करें शेयर : शिक्षक

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बरमसिया के शिक्षक लोखय चंद्र साहा ने कहा कि प्रभात खबर हमेशा ज्वलंत मुद्दा उठता रहा है. साइबर अपराध को लेकर प्रभात खबर का जागरुकता कार्यक्रम काफी सफल प्रयास है. आज पूरे विश्व की जानकारी मोबाइल फोन से ही प्राप्त करते हैं. तथापि हमलोग ठगी के शिकार हो रहे हैं. इससे बचने के लिए अनजान नंबर से आनेवाले फोन कॉल को नजरअंदाज करने तथा अपनी निजी जानकारी किसी से भी साझा नहीं करने की सलाह दी. कहा कि छोटी-छोटी जानकारी को ध्यान में रखकर ठगी के शिकार होने से बचा जा सकता है.

क्या कहतीं हैं छात्राएं

प्रभात खबर के साइबर जागरुकता कार्यक्रम के माध्यम से बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला है. किसी अपरिचित नंबर से आये फोन कॉल या वीडियो कॉल रिसीव नहीं करना चाहिए.

अर्चना सोरेन

साइबर अपराधी हमेशा लोगों को फंसाने के चक्कर में लगे रहते हैं. ओटीपी किसी से शेयर नहीं करना चाहिए. साइबर ठगी से बचने के लिए हमें जागरूक होकर सावधानी बरतना चाहिए.

जुली हांसदा

प्रभात खबर के साइबर अपराध को लेकर जागरुकता कार्यक्रम सराहनीय प्रयास है. कार्यक्रम से ओटीपी नंबर किसी से साझा नहीं करने व पिन नंबर बदलते रहने की जानकारी मिली.

वीणा कुमारी

जागरुकता के अभाव में लोग आये दिन साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं. जागरुकता के लिए प्रभात खबर का अभियान व परिचर्चा प्रशंसनीय प्रयास है. परिजनों को भी सचेत किया जायेगा.

एलबीना मुर्मूसाइबर अपराध से बचने के लिए लोगों को जागरूक होना बेहद जरूरी है. कार्यक्रम से हम छात्राओं को बहुत कुछ नया सीखने को मिला है. इससे हम छात्राएं भी परिजनों को जागरूक कर सकेंगे.

जूली परवीन

लोगों को सावधानी बरतें हुए लालच व भय से बचना चाहिए. अगर किसी के साथ फ्रॉड होने पर तत्काल थाने में इसकी शिकायत करनी चाहिए. मोबाइल खोने पर तुरंत सिम को ब्लॉक करना चाहिए.

रूपा सोरेनप्रभात खबर का जागरुकता कार्यक्रम साइबर ठगी से बचने की दिशा में अहम प्रयास है. कार्यक्रम में मिली जानकारी कि डिजिटल अरेस्ट नहीं होता है. इसलिए सचेत रहने की खास जरूरत है.

संगीता मरांडी

साइबर अपराधी हमेशा लोगों को फंसाने के लिए नये-नये तरीके से षडयंत्र रचते हैं. किसी अनजाने एप को इंस्टॉल करने या अनजाने नंबर आये वीडियो कॉल रिसीव करने से हमें बचना चाहिए.

तमन्ना परवीन

फोटो-

साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर का जन आंदोलन में शामिल अतिथिगण, संवाद परिचर्चा में शामिल छात्राये, शाखा प्रबंधक हिलारियन किस्कू, वार्डन दीपिका कुमारी, शिक्षिका रेखा मंडल,

शिक्षक लोखय चंद्र साहा , अर्चना सोरेन, जुली हांसदा,

वीणा कुमारी, एलबीना मुरमू, जूली परवीन, रुपा सोरेन,

संगीता मरांडी, तमन्ना परवीन,

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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