संवाददाता, दुमका: बुधवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अध्यक्ष रसिक बास्की की अध्यक्षता में डीएसइ आशीष कुमार हेंब्रम से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में दुमका प्रखंड के पूर्व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी की लापरवाही के कारण शिक्षकों को मार्च महीने का वेतन भुगतान नहीं होने पर गहरी नाराजगी जतायी गयी. डीएसइ आशीष कुमार हेंब्रम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल आदेश जारी किया और मुकुंद मरांडी को दुमका प्रखंड का प्रभार ग्रहण करने हेतु निर्देशित किया. साथ ही यह भी कहा कि दुमका प्रखंड के सभी शिक्षकों का वेतन शीघ्रातिशीघ्र भुगतान किया जाये. प्रतिनिधिमंडल में शामिल ऑल इंडिया प्राइमरी टीचर फेडरेशन के नेशनल काउंसलर श्याम किशोर सिंह गांधी ने जिला शिक्षा अधीक्षक से आग्रह किया कि बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने और शिक्षकों में जागरूकता लाने के लिए एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया जाये. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि विद्यालयों से बालिकाओं की अनुपस्थिति रोकी जाए और शिक्षकों में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रयास किये जायें. इसके अलावा, उन्होंने यह मांग की कि ग्रेड 4 में पदस्थापित महिला शिक्षकों को, जो दूरस्थ या दूसरे प्रखंडों में कार्यरत हैं, यदि दुमका प्रखंड में कला विषय में पद रिक्त हो तो उन्हें नजदीकी विद्यालयों में स्थानांतरित किया जाए. उन्होंने बताया कि जिले के कई उत्क्रमित मध्य विद्यालयों में मात्र दो यूनिट हैं, अतः छात्र अनुपात के अनुसार इन विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती की जाए, जिससे प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके. जिला महिला इकाई की अध्यक्ष स्मिता हांसदा ने भी जिला शिक्षा अधीक्षक से अनुरोध किया कि शिक्षकों का वेतन प्रत्येक माह की 2 तारीख तक अनिवार्य रूप से भुगतान किया जाये. उन्होंने बताया कि कई शिक्षक होम लोन या वाहन ऋण पर निर्भर हैं, और समय पर वेतन नहीं मिलने से उन्हें बैंक द्वारा आर्थिक दंड झेलना पड़ता है. ऐसे में शिक्षकों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाना अत्यंत आवश्यक है. इस अवसर पर अश्विनी कुमार, सुशांति टुडू, अभयकांत मिश्रा सहित कई शिक्षक उपस्थित थे.
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