रानीश्वर. प्रखंड में जांच किये जाने पर गोदाम से डीलर व डीलर से कार्डधारी तक अनाज वितरण में तरह-तरह की गड़बड़ी मिल रही है. सही तरीके से जांच हुई, तो कई लोगों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है. शनिवार को बीडीओ सह एमओ राजेश कुमार सिन्हा ने सुखजोड़ा पंचायत के एसएचजी लताबनी पीडीएस दुकान का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के क्रम में पूछताछ किये जाने पर पता चला कि मई 2025 का लाल कार्डधारी, अंत्योदय व हरा कार्डधारियों के लिए 28 अप्रैल 2025 को एसएचजी लताबनी को 83 बोरा चावल, 19 बोरा गेहूं सहित 102 बोरा खाद्यान्न दिया गया था. शनिवार को दुकान का भौतिक सत्यापन करने पर 47 बोरा चावल व 6.50 बोरा गेहूं ही पाया गया. जबकि मई महीने का कार्डधारियों को 5 मई से वितरण शुरू किया जाना है, पर इससे स्पष्ट होता है कि एसएचजी लताबनी पीडीएस दुकानदार द्वारा खाद्यान्न वितरण के पहले ही 38 बोरा चावल व 12.50 बोरा गेहूं दुकान में नहीं पाया गया. बीडीओ श्री सिन्हा ने बताया कि इस संबंध में पीडीएस दुकानदार से पूछे जाने पर बताया कि उनके द्वारा पचास प्रतिशत खाद्यान्न एडवांस वितरण कर दिया गया है. बीडीओ ने बताया कि दुकानदार का कहना संदेहास्पद प्रतीत होता है, जो स्वीकार योग्य नहीं है. इसके लिए दुकानदार से कारण पृच्छा किया गया है तथा मामले की जांच की जा रही है. जांच प्रतिवेदन व कारण पृच्छा का जवाब मिलने के उपरांत आगे की विधिवत कार्रवाई की जायेगी. निरीक्षण के क्रम में पीडीएस दुकानदार द्वारा बताया गया कि मई महीने के लिए खाद्यान्न की प्राप्ति की विवरणी जब ई-पाॅस मशीन से निकाली गयी तो देखा गया कि मई महीने के लिए 104 बोरा खाद्यान्न मिलना चाहिए था, पर 102 बोरा खाद्यान्न ही चालान द्वारा दिया गया है. बीडीओ श्री सिन्हा ने बताया कि इस संबंध में प्रभारी एजीएम विश्वनाथ सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि गोदाम में संधारित विक्रय पंजी 104 बोरा खाद्यान्न भेजे जाने की प्रविष्टि की गयी है. परंतु डोर स्टेप डिलीवरी संचालक अनिल चंद्र मंडल द्वारा चालान के माध्यम से पीडीएस दुकानदार को 102 बोरा अनाज उपलब्ध कराया गया है. इससे भी स्पष्ट होता है कि दो बोरा चावल डोर स्टेप डिलीवरी के संचालक द्वारा हेराफेरी की गयी है. इसके लिए डोर स्टेप डिलीवरी के संचालक अनिल चंद्र मंडल से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. स्पष्टीकरण का जवाब मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है