मसलिया. गोबिंदपुर-साहिबगंज स्टेट हाइवे के आसपास तथा मसलिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गोलबंधा के इर्द-गिर्द सड़क के दोनों तरफ खड़े हरे-भरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है. वन विभाग के अधिकारियों की सुस्ती का वन माफिया जमकर लाभ उठा रहे हैं. रात के अंधेरे में ही नहीं दिन के उजाले में भी पेड़ काट लिए जा रहे हैं. लोगों को इसकी खबर मिलती है. पर विभाग को हरे-भरे पेड़ कटने की सूचना तक नहीं मिलती है. एडीबी रोड पर दोनों तरफ वन विभाग की ओर से पेड़ लगाए गए थे. असामाजिक तत्वों द्वारा इन पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है. जलावन के लिए टहनियों की कटाई तो आम बात है. लेकिन अब पेड़ों की कटाई भी धड़ल्ले से शुरू हो गयी है. महोगुनी, सागवान, सोनझुरी जैसे कीमती पेड़ों को काट कर माफिया गायब कर रहे हैं. पिछले कुछ दिन से सरेआम पेड़ काटे जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि हरे-भरे पेड़ को आरा मिल तक ले जाया जा रहा है. सड़क किनारे इलाके में पेड़ों की हो रही अवैध कटाई से न केवल हरियाली बल्कि पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है. कटाई के बाद सड़क किनारे खड़े पेड़ों के खूंट देख अनुमान लगाया जा सकता है कि किस तरीके से हरे-भरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलायी गयी है. ये सिलसिला काफी दिनों से चल रहा है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. स्थानीय लोगों का यही मानना है कि विभाग की सुस्ती है, इसलिए वन माफिया अपना काम आसानी से कर रहे हैं. विभाग के अधिकारी बीच-बीच में थोड़ी-बहुत लकड़ी जब्त कर और अज्ञात पर केस दर्ज कर अपनी सक्रियता साबित करने का प्रयास करते हैं.
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