प्रतिनिधि, बासुकिनाथ सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान के तहत जरमुंडी प्रखंड सभागार में गुरुवार को कुशमाहा पंचायत को सुपोषित पंचायत चयन के लिए बीडीओ कुंदन भगत की अध्यक्षता में बैठक हुई. बीडीओ ने बताया कि सरकार चाहती है कुपोषणमुक्त समाज का निर्माण पूरा हो. बच्चों व माताओं के पोषण को सुधारना, ग्रामीण इलाकों में स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ाना है. गंभीर बीमारी से बच्चों को हमेशा के लिए निजात मिल सके. विभाग द्वारा प्रत्येक महीने कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चों व गर्भवती तथा धातृ महिलाओं के लिए पोषाहार के रूप में पौष्टिक आहार आंगनबाड़ी केंद्रों पर वितरण होता है. सीडीपीओ ऋतु कुमारी ने बताया कि केंद्र पर गरीब परिवार के बच्चे व महिलाएं लाभान्वित होती है. इसलिए सरकार उनके लिए पौष्टिक आहार की सुविधाएं पूरी करती है. सुपोषित चयनित आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीम के द्वारा गंभीर कुपोषण, पूरक पोषाहार, गर्भावस्था के दौरान वजन में वृद्धि, पूरक पोषाहार में आहार विविधता, साफ-सफाई व पेयजल, शौचालय. इसके अलावा सेविका के द्वारा बच्चों के वजन एवं ऊंचाई, लंबाई की सही माप के लिए मुख्य बिंदु पर विशेष ध्यान दिया जाना है. बताया कि सुपोषित ग्राम पंचायत का चयन होने पर एक लाख रुपये का पुरस्कार के साथ ग्राम की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पांच हजार की राशि, सभी सहायिकाओं को तीन हजार रुपये प्रदान किये जायेंगे. मौके पर प्रमुख बसंती टुडू, उपप्रमुख प्रयाग मंडल, पर्यवेक्षिका निहारिका मल्लिक समेत अन्य मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है