जामा. पूर्व मुख्यमंत्री सह उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास अचानक शनिवार को जामा प्रखंड के अंतर्गत नाचनगढ़िया पंचायत के खेपचुआ गांव पहुंचे, जहां उन्होंने चौपाल लगाकर ग्रामीणों से क्षेत्र और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली. उन्होंने ग्रामीणों को पेसा कानून के बारे में विस्तार से बताया. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में पेसा कानून लागू नहीं होने के कारण यहां के आदिवासी का विकास नहीं हो पा रहा हैं. पेसा कानून लागू होने से ग्राम सभा को कानूनी दर्जा मिलेगा. मांझी परगाना शासन व्यवस्था के तहत गांव की समस्याओं को गांव में ही सुलझाया जा सकता हैं. परंतु वर्तमान सरकार के मुखिया को सिर्फ वोट की राजनीति से सरोकार है. आदिवासी के विकास से उन्हें कोई मतलब नहीं है. मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान सरकार में सारे विकास कार्य बंद हैं. मंईयां सम्मान योजना का लाभ हर किसी को नहीं मिल रहा है. वृद्ध और विधवा पेंशन भी रोक दी गयी है. राशन के लिए भी काफी परेशानी होती है. खेतीबाड़ी के लिए पानी की समस्या भी होती है. मौके भाजपा जिलाध्यक्ष गौरवकांत, सुकमुनी हेम्ब्रम, परितोष सोरेन, निवास मंडल, मनोज हांसदा, मंडल अध्यक्ष दुर्योधन राय, विमल मरांडी, रूपेश मंडल, कालेश्वर मुर्मू, बिरेन्द्र मरांडी, सुनीता सोरेन, जियामुनी सोरेन, महादेव हांसदा आदि मौजूद थे.
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