विधायक प्रदीप यादव व पूर्व विधायक रणधीर सिंह से जुड़ा है मामला प्रतिनिधि दुमका कोर्ट कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव एवं पूर्व भाजपा विधायक रणधीर सिंह से जुड़े मामले में सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश सह एसडीजेएम मोहित चौधरी न्यायालय में अनुसंधानकर्ता श्रीकांत वाजपेई की गवाही हुई, जिन्होंने केस में आरोपियों के खिलाफ आरोप-पत्र पर गवाही ली थी. अनुसंधानकर्ता ने घटना का समर्थन किया, हालांकि 4 अप्रैल को सूचक देवघर के तत्कालीन श्रम प्रवर्तक सुधीर कुमार मोदी ने अपने बयान से पलट गये थे. इस कारण अभियोजन पक्ष ने उन्हें पक्षद्रोही घोषित किया था. यह बता दें मामला कि 15 सितंबर 2010 का है. जब देवघर में सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर तत्कालीन झाविमो के विधायक रहते प्रदीप यादव व रणधीर सिंह के नेतृत्व में सड़क जाम किया गया था. लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. दंडाधिकारी के रूप में तैनात सूचक श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी सुधीर कुमार मोदी ने लोक संपति अधिनियम के तहत 12 नामजद समेत 200 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. मामले में एक अन्य आरोपी प्रमोद विद्यार्थी को रिहाई हो चुकी है.
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