प्रतिनिधि, बासुकिनाथ. राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2025 में सावन माह के पहले सोमवार को बाबा बासुकिनाथ पर श्रद्धालुओं ने अरघा में जल डाला. डीसी अभिजीत सिन्हा, एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार एवं एसडीओ कौशल कुमार ने बासुकिनाथ मंदिर पहुंचकर कांवरियों की कतार का निरीक्षण किया. डीसी, डीडीसी व एसपी ने जलाभिषेक के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर में व्यवस्था संभाली. श्रावणी मेला के चौथे दिन फौजदारीनाथ नगरी हर हर महादेव के नारों से गुंजायमान रही. भागलपुर बरारी घाट से हंसडीहा के रास्ते आने वाले डाक बम को सुलभ जलार्पण कराया गया. घायल डाक बम कांवरियों को पुलिसकर्मियों ने मंदिर में सहयोग किया. पहली सोमवारी को जलार्पण के लिए श्रद्धालु रात 2 बजे से ही कतार में लग गए थे. शिवगंगा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी, जो स्नान कर गंगाजल लिए मंदिर खुलने का इंतजार कर रहे थे. भक्तों का इंतजार लगभग 3 बजे खत्म हुआ और उन्होंने अर्घा के माध्यम से जलार्पण किया. —- डीसी-एसपी सहित प्रशासनिक अधिकारी भी संभाले रहे मोर्चा डीसी अभिजीत सिन्हा कंट्रोल रूम से सीसीटीवी द्वारा मेला क्षेत्र की निगरानी कर रहे थे और कमियाँ दिखने पर तुरंत अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे. उन्होंने सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों को श्रद्धालुओं को असुविधा न होने देने और अपने कर्तव्यस्थल पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया, साथ ही किसी भी स्थान पर भीड़ एकत्र न होने देने की बात कही ताकि विपरीत परिस्थिति से बचा जा सके. मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और सुरक्षा बल के जवान देर रात से ही श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर थे. सुरक्षा बल के जवान श्रद्धालुओं को कतारबद्ध कर सुगमतापूर्वक जलार्पण करा रहे थे और कतार में घुसपैठ रोक रहे थे. श्रावणी मेला में सिंह द्वार को निकास द्वार बनाया गया था. जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी सिंह द्वार पर हर गतिविधि पर नजर रख रहे थे. स्वास्थ्य विभाग की टीम भी श्रद्धालुओं की सेवा में दवाइयां बांट रही थी. सूचना सहायता कर्मी ध्वनि विस्तारक यंत्र से बिछुड़ों को मिलाने का कार्य कर रहे थे.
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