रामगढ़. कुपोषित बच्चों की पहचान तथा उनके उपचार के लिए बाल विकास परियोजना समर अभियान चलाने जा रहा है. इसके लिए सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया जाना है. कुपोषित बच्चों की पहचान एवं उनके समुचित इलाज तथा तीव्र कुपोषण के सामुदायिक प्रबंधन को लेकर आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण के बाद कुपोषित बच्चों की विभागीय पोर्टल पर ट्रैकिंग भी की जाएगी. इसके लिए 10 जून मंगलवार से बाल विकास परियोजना कार्यालय रामगढ़ के प्रशाल में विभिन्न सत्रों में आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण चार दिन चलेगा. प्रखंड समन्वयक अपर्णा कुमारी के अनुसार 10 जून को प्रथम सत्र में सेक्टर-01 के धोबा, लखनपुर तथा कारूडीह पंचायत तथा दूसरे सत्र में सेक्टर-02 के अमड़ापहाडी, डांडो तथा पथरिया पंचायत की आंगनबाड़ी सेविकाएं शामिल होंगी. वहीं 11 जून को प्रथम सत्र में सेक्टर-03 के सिलठा बी, कोआम, महुबना तथा द्वितीय सत्र में सेक्टर-04 के सुसनिया, ठाड़ीहाट, बंदरजोरा पंचायत की सेविकाएं शामिल रहेंगी. बारह जून को प्रथम सत्र में सेक्टर-05 के नौखेता, बौडिया, लतबेरवा एवं द्वितीय सत्र में सेक्टर-06 के बरमसिया, अमरपुर, भातुड़िया-ए पंचायत की सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. जबकि तेरह जून को तीन सेक्टर की आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रशिक्षण होगा. प्रथम सत्र में सेक्टर-07 के पहाड़पुर, सिलठा-ए, कांजो तथा सेक्टर-08 के भालसुमर, कंजवे एवं भातुड़िया बी की आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. जबकि द्वितीय सत्र में सेक्टर-09 के गंगवारा, छोटी रणबहियार तथा बड़ी रण बहियार पंचायत की सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. आंगनबाड़ी सेविकाओं के प्रशिक्षण के लिए प्रखंड समन्वयक अपर्णा कुमारी तथा पर्यवेक्षिका मीना देवी को मास्टर ट्रेनर बनाया गया है.
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