दुमका जिले के शिकारीपाड़ा के गंद्रकपुर गांव की घटना
शुक्रवार की दोपहर तीन बहनें मयूराक्षी नदी में गयी थीं नहानेदो मौसेरी बहनें पूजा व उमा नहाने के लिए पानी में उतरीं
तीसरी आस्था ने नहाने से मना कर दिया और उसकी जान बच गयीप्रतिनिधि, शिकारीपाड़ा (दुमका)दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के गंद्रकपुर गांव में शुक्रवार की दोपहर मयूराक्षी नदी में नहाने गयीं दो मौसेरी बहनों की डूबने से मौत हो गयी. बताया जाता है कि तीन बहनें पूजा गोराई (17), उमा कुमारी (19) (दोनों मौसेरी बहन) और आस्था (पूजा की चचेरी बहन) मयूराक्षी नदी में नहाने गयी थीं. पूजा और उमा नदी में नहाने चली गयीं, लेकिन आस्था नदी में नहाने से मना कर दी. जब पूजा और उमा डूबने लगीं, तो किनारे खड़ी आस्था शोर मचाने लगी. आवाज सुनकर समीप के तालाब में नहा रहे घर के अन्य युवा डूब रहीं दोनों बहनों को नदी से बाहर निकाला और दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज और अस्पताल लेकर गये. वहां डॉक्टरों ने दोनों बहनों को मृत घोषित कर दिया. उमा रामगढ़ प्रखंड की रहनेवाली थी. वह जमशेदपुर में शिक्षिका मां के साथ रहकर ग्रेजुएशन कर रही थी. तीन दिन पहले उसके माता-पिता उसे मौसी के घर छोड़कर दार्जिलिंग घूमने गये थे.
पहली बार नदी में नहाने गयी थीं तीनों बहनें
घरवालों की मानें, तो दोपहर के वक्त उमा अपनी मौसेरी बहन पूजा और मामा की बेटी आस्था के साथ नहाने के लिए पहले तालाब की ओर गयी. उनके साथ घर के कुछ युवा भी थे. तालाब पहुंचने के बाद तीनों ने तालाब में नहाने का इरादा बदला और पास में बहती मयूराक्षी नदी में चली गयी. हाल में हुई बरसात से नदी में पानी अधिक होने के कारण आस्था ने नहाने से मना कर दिया. उसके मना करने के बाद भी उमा और पूजा नदी में चली गयीं. अचानक गहरे पानी में चले जाने के कारण दोनों डूबने लगीं, तो आस्था ने शोर मचाया. तालाब में नहा रहे युवाओं ने नदी में छलांग लगा दी और दोनों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला और अस्पताल ले गये. अस्पताल में डॉक्टरों दोनों को मृत घोषित कर दिया. पुलिस के लाख समझाने के बाद भी परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं हुए. पूजा की मां चांदनी गोराई बेटी के शव के साथ लिपटकर रोती रही.इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा में स्कूल टॉपर थी पूजा
पूजा के पिता मंटू गोराई ने बताया कि पूजा चकलता मध्य विद्यालय की छात्रा थी. वह इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा में स्कूल टॉपर थी. वह आज तक नदी में नहाने नहीं गयी थी. हो सकता है कि दो बहनों के साथ मिलकर नदी में नहाने गयी हो. वहीं, आस्था के पिता गौतम गोराई ने बताया कि आस्था को पानी से बहुत डर लगता है, इसलिए वह पानी में नहीं उतरी. दुख की बात है कि उसके सामने ही दोनों बहनों की जान चली गयी. इधर, दुमका से दोनों शवों के गांव पहुंचने पर लोगों की भीड़ जुट गयी. पूरा गांव इस हादसे के बाद शोक में है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है