प्रतिनिधि, नारायणपुर. नारायणपुर में हर घर जल नल योजना के तहत बन रहे जलमीनार में मजदूर बिना सुरक्षा उपकरणों के काम कर रहे हैं. बुधुडीह गांव में सैकड़ों फीट ऊपर मजदूर बिना हेलमेट और बेल्ट के काम कर रहे थे. यह मजदूरों की जान जोखिम में डालने वाला है. संवेदक और विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. समर हांसदा, छोटू हांसदा, सुधीर हेंब्रम और भीम महतो ने बताया कि वे कई महीने से काम कर रहे हैं. रांची की श्याम इंजीनियरिंग ने यह काम लिया है. उन्हें प्रतिदिन 350 से 600 रुपये मिलते हैं, लेकिन कंपनी सुरक्षा बीमा और पीएफ नहीं देती. पेट भरने की मजबूरी में वे जोखिम उठा रहे हैं. वे सभी टाटा जमशेदपुर के रहने वाले हैं और बेबसी में काम कर रहे हैं. सुरक्षा मानकों का रखा जा रहा ख्याल: सुपरवाइजर: मजदूरों और कारीगरों ने जो भी आरोप लगाया है. वह निराधार है. इस काम के लिए जितनी मजदूरी मिलनी चाहिए, वह दैनिक रूप में दिया जा रहा है. सुरक्षा मानवों का ख्याल रखा जा रहा है. कुछ कारीगर और मजदूर जानबूझकर नहीं पहनते हैं. रोहित कुमार, सुपरवाइजर क्या कहते हैं एई: मामला मेरे संज्ञान में आया है. बहुत जल्द इस मामले की जांच की जाएगी. कार्य के लिए जो मजदूरी निर्धारित है उसे हर हाल में देना है. सुरक्षा मानकों को अगर ख्याल नहीं रखा जा रहा है तो यह नियम विरुद्ध है. जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी. अशोक पासवान, एई, पीएचइडी
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