दुखद. आइएमएस रोड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट के फ्लैट में मृत मिले सुदीप कपिश्वे
गादीश्रीरामपुर स्थित कार्टन फैक्ट्री में करीब 12 वर्ष पूर्व लगी आग के बाद बढ़ गयी थी उधारी
पेपर प्लांट के लिए अभी कंसल्टेंसी का कर रहे थे काम
चार पन्ने का सुसाइड नोट बरामद, पुलिस ने शुरू की जांच
शहर के आइएमएस रोड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट के एक फ्लैट से रविवार की सुबह 45 वर्षीय कारोबारी सुदीप कपिश्वे का शव फंदे से लटका हुआ मिला. वह आइसीआर रोड के रहनेवाले थे. बताया जाता है कि कपिश्वे ने आत्महत्या की. ऐसा करने से पूर्व उन्होंने अपने साले और एक दोस्त को अलसुबह 4.18 बजे एक मैसेज किया, जिसमें आत्महत्या करने की बात कही थी. मैसेज देख उनका साला सचिन परेशान हो गया और तुरंत कृष्णा अपार्टमेंट स्थित सुदीप के घर पहुंचा. वहां दरवाजा खुला हुआ था. तब तक सूचना पाकर आसपास के लोग भी एकत्रित हो गये. देखा कि सुदीप की लाश कमरे के अंदर के पंखे के सहारे लटकी हुई है. घटना की सूचना गिरिडीह नगर थाना पुलिस को दी गयी. पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर हर बिंदु पर पड़ताल शुरू की. कई लोगों से पूछताछ करने के बाद यूडी केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने घटनास्थल के पास से चार पन्ने का सुसाइड नोट भी बरामद किया है.बढ़ते कर्ज से तनाव में चल रहे थे सुदीप कपिश्वे
जब पुलिस ने सुदीप के परिजनों से बातचीत की, तो यह बात सामने आयी कि सुदीप कपिश्वे बढ़ते कर्ज से काफी परेशान थे. वह पिछले कुछ दिनों से काफी तनाव में भी चल रहे थे. पुलिस ने सुदीप के बेटे सात्विक का फर्दबयान दर्ज किया है. गिरिडीह नगर थाना प्रभारी ज्ञान रंजन ने बताया कि फर्दबयान के बाद भी कई लोगों से पूछताछ की गयी है. पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है. बताया जाता है कि गादीश्रीरामपुर में सुदीप कपिश्वे की कार्टन फैक्ट्री थी, जिसमें करीब 12 वर्ष पूर्व आग लग गयी थी. घटना के बाद उन पर कर्ज बढ़ गया. फैक्ट्री भी बंद हो गयी. आजीविका चलाने के लिए सुदीप कंसल्टेंसी का कार्य करने लगे. वह पेपर प्लांट स्थापित करने में मदद करते थे. बावजूद उनकी आर्थिक दशा खराब होती चली गयी. अंतत: सुदीप ने आत्मघाती कदम उठा लिया.सुसाइड नोट में अध्यात्म से जुड़े तथ्यों का उल्लेख
पुलिस ने घटनास्थल से जिन चार पन्नों का सुसाइड नोट बरामद किया है, उसमें अध्यात्म से जुड़े तथ्यों का उल्लेख है. बताया जाता है कि सुदीप गिरिडीह के सिहोडीह स्थित कबीर आश्रम में आया-जाया करते थे. उन्होंने कबीर आश्रम से जुड़ी कई बातों का भी उल्लेख किया है. साहेब जी के नाम से लिखे गये पत्र में सुदीप ने पूर्व में हुई कई गतिविधियों के बारे में लिखा है.सूचना मिलते ही कोलकाता से गिरिडीह पहुंचे परिजन
सुदीप का परिवार कोलकाता में रहता है. जानकारी के मुताबिक, कुछ दिनों पूर्व वह अपनी पत्नी और अपने बच्चों से मिलकर कोलकाता से गिरिडीह लौटे थे. पुलिस ने उनकी पत्नी और उनके बच्चों को घटना की सूचना दी, तो वे भागे-भागे कोलकाता से गिरिडीह पहुंचे. पुलिस ने पूछताछ करने के बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है