अल्प चिकित्सक व अल्प स्वास्थ्य व्यवस्था के बीच सीएचसी का प्रसव गृह लक्ष्य पुरस्कार के लिए अग्रसर है, जबकि 13 आयुष्यमान आरोग्य मंदिर में से 4 क्रमशः अहिल्यापुर, फुलची, भदवा एवं बुद्धूडीह को इंक्वास अवॉर्ड नेशनल क्वालिटी एशुरेंस स्टैंड्स से पुरस्कृत किया जा चुका है. इसके बावजूद विभाग सीएचसी में चिकित्सक एवं अन्य सुविधा देने की दिशा में गंभीर नहीं है. जानकारी के अनुसार गांडेय प्रखंड की आबादी 2.21 लाख है. इसके लिए एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 13 आयुष्मान आरोग्य मंदिर क्रमशः अहिल्यापुर, भदवा, बुद्धूडीह, देवनडीह, फुलची, फुलझरिया, लेदो, मंडरो, पंडरी, रताबहियार, सिंहपुर, तारा टांड़, तीन पतली संचालित हैं. हालांकि ताराटांड़ एवं मंडरो में भवन नहीं हैं. मंडरो सामुदायिक भवन व ताराटांड़ स्कूल में संचालित है. इतना ही नहीं 13 आयुष्यमान आरोग्य केंद्र में एक एक एएएनएम व 11 में सीएचओ पदस्थापित है. सूत्रों की मानें तो सीएचसी में सृजित 8 पद में मात्र एक डॉ अबू कासिफ पदस्थापित हैं, जबकि एक चिकित्सक डॉ दिनेश प्रसाद का स्थानांतरण कर दिया गया है. यहां अतिरिक्त चिकित्सक के रूप में आयुष के एक डॉ परमेश्वर महतो व डेंटिस्ट डॉ मोनिका गड़ी पदस्थापित हैं. इतना ही नहीं सीएचसी में सृजित एएनएम के 8 पद में से मात्र चार पदस्थापित हैं.
स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के बीच बीपीएम व लेखा प्रबंधक का कर दिया स्थानांतरण
सीएचसी गांडेय में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के बीच विभाग ने बीपीएम शिवनारायण मंडल और लेखा प्रबंधक जफर इकबाल का भी स्थानांतरण कर दिया है. इसे लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था में और कमी आने की आशंका है.
विभाग को किया जायेगा पत्राचार: प्रमुख
प्रमुख राजकुमार पाठक ने कहा कि मैनपावर की कमी के बीच गांडेय की स्वास्थ्य व्यवस्था काफी अच्छी रही है. ऐसे में यहां पदस्थापित चिकित्सक व कर्मियों का स्थानांतरण समझ से परे है. मामले को जिप की बैठक में उठाया जाएगा. साथ ही सीएस को पत्राचार किया जाएगा.
अल्प संसाधन के बीच बेहतर करने का हो रहा प्रयास : डॉ.अबू कासिफ
प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अबू कासिफ ने कहा कि अल्प संसाधन व मेनपावर की कमी के बावजूद बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है.
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