बिरनी प्रखंड की कपिलो पंचायत के रजमनियां व पंदनाकला में बुधवार रात करीब 10 बजे से लेकर गुरुवार अलसुबह तक 32 हाथियों के झुंड ने उत्पात मचाया. इस क्रम में हाथियों ने चहारदीवारी को तोड़ा और पांच एकड़ में लगी जेठुआ फसल को नष्ट कर दिया. सूचना पर वन विभाग के कर्मी रजमानियां गांव पहुंचे और हाथियों को गांव के अंदर प्रवेश होने से रोका. गुरुवार की सुबह करीब पांच बजे झुंड कोडरमा जिले के पपलो जंगल में प्रवेश डला गया. झुंड पंदनाकला के केदार यादव के बंद पड़े मुर्गी फार्म हाउस को ध्वस्त करते रमजनियां पहुंचा. यहां बहादुर साव की चहारदीवारी तोड़ी. गांव के ही गणपति साव, होरिल साव, प्रेमश्वर साव, आंतो साव, मेघलाल साव, कन्हैया साव, लालो साव, कलावती देवी, हुलास साव, रामचंद्र यादव, मुंशी साव समेत अन्य की करीब पांच एकड़ जमीन पर लगी जेठुआ फसल को नष्ट कर दिया.
पपलो जंगल में शरण लिए हुए हैं झुंड
वन विभाग के प्रभारी वनपाल अबोध महथा क्षति का आकलन करने में जुटे हुए हैं. कहा कि सूचना मिलते ही प्रभारी वनपाल गांव में पहुंचे और ग्रामीणों के साथ मिलकर हाथियों को पुनः पपलो जंगल में प्रवेश करा दिया. रजमानियां से यह जंगल बिल्कुल सटा हुआ है. ऐसे में हाथी रात में पुनः गांव आ सकते हैं. इसलिए ग्रामीणों को सतर्क रहने की जरूरत है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है