भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती का शादी की नीयत से अपहरण करने लेने मामले में पुलिस ने आरोपी लकड़मरवा के युवक जुबेर अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं युवती को उसके परिवार को सुपुर्द कर दिया गया है. मामले में युवती के भाई ने भेलवाघाटी थाना में आवेदन देकर जुबेर पर शादी की नीयत से बहन का अपहरण करने की शिकायत की गयी थी. इसमें बताया गया था कि 15 जून बहन घर से गायब हो गयी. खोजबीन में पता चला कि जुबेर अंसारी उर्फ कारु अंसारी बहन को भगाकर ले गया है. उसकी शिकायत पर भेलवाघाटी थाना में कांड संख्या 10/25 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. इधर, इस मामले मे युवती की बरामदगी व आरोपी की गिरफ्तारी के लिए गिरिडीह के एसपी ने खोरीमहुआ के एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया. टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने गुरुवार की सुबह भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के सलैयाटांड़ गांव के पास से जुबेर अंसारी को पकड़ा गया. युवक के पास से अपहृत युवती को बरामद कर लिया गया है. टीम में भेलवाघाटी के बुद्धिनाथ मार्डी, एसएसआई धर्मेंद्र सिंह व सैट के जवान शामिल थे. खोरीमहुआ के एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि आदिवासी समाज की युवती के अपहरण के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. वहीं, युवती को उसके परिवार के सदस्यों को सुपुर्द कर दिया गया है.
बाबूलाल मरांडी ने कानून व्यवस्था पर उठाया सवालइधर, इस मामले में राज्य के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट कर राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है. लिखा है कि भेलवाघाटी में आदिवासी समाज की बेटी के अपहरण के आठ दिन बाद लड़की मिली, तो थाने में परिवारवालों ने गुहाल लगायी, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई. हेमंत सरकार में स्पष्ट निर्देश है कि आरोपी का धर्म और वोट बैंक देखकर कानून तय किया जाये. इस सरकार के समय में झारखंड में आदिवासी-बेटियों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. कभी जबरन गायब किया जाता है, कभी धर्मांतरण की साजिश में फंसाया जाता है तो कभी दुष्कर्म व हत्या तक कर दी जाती है. आदिवासी समाज में गुस्सा है, हमारी बेटियां डर के साये में जी रही हैं. गांव में असुरक्षा की भावना घर कर चुकी है.आदिवासी समाज ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
देवरी के फुटका बाजार में आदिवासी समाज की बैठक गुरुवार को हुई. बैठक में भेलवाघाटी की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए समाज की बेटी की शादी की नीयत से अपहरण करनेवाले युवक के विरुद्ध अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार अधिनियम, पोक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से की गयी. कहा कि कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन किया जायेगा. बैठक में उपस्थित सदस्यों ने रोष जताते हुए कहा कि आदिवासी समाज की बहू-बेटियों व गरीब मजदूरों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. इस दौरान समाज के लोगों को जागरूक करने पर भी जोर दिया गया. मौके पर गंगाराम टुडू, रामप्रकाश मरांडी, मन्नू बेसरा, कैलाश हेंब्रम, पंकज टुडू, श्यामसुंदर हांसदा, अविनाश टुडू, गणेश टुडू, संतोष बास्के, दिलीप मरांडी, विकास मुर्मू, रविरंजन मुर्मू आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है