नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी सोमवार को कोदाईबांक स्थित अपने आवास पर कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों से मिले और क्षेत्र के विकास से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने ग्रामीणों को खेती करने के साथ-साथ मछली पालन करने की भी सलाह दी. इस दौरान श्री मरांडी से मिलने पहुंचे जिला मत्स्य पदाधिकारी मो मुजाहिद अंसारी से योजनाओं पर बात करते हुए कहा कि आदिवासी बहुल गांवों में भी मछली पालन के लिए लोगों को प्रोत्साहित करें और उन्हें योजनाओं का लाभ दिलायें. श्री मरांडी द्वारा सहयोग करने की बात पर जिला मत्स्य पदाधिकारी ने कहा कि जिलेभर में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत 143 आदिवासी बहुल गांवों का चयन किया गया है. इस पर कार्य किया जा रहा है. लगातार चिह्नित सभी गांवों का दौरा करते हुए योजनाओं का चयन कर और ग्राम समिति का गठन कर लाभुकों को लाभान्वित करने का प्रयास जारी है. उन्होंने कहा कि तिसरी प्रखंड के आठ आदिवासी बहुल गांव घसनी तेतरिया, नीमा, कोदाईबांक, दानोखूंटा, कटकोको, नयनपुर, बरदौनी और खरखरी में तालाब समेत अन्य योजनाएं दी जानी है, इससे गांव के लोगों को काफी लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि केज के माध्यम से कोदाईबांक डैम में मछली पालन किया जायेगा. मौके पर अशोक उपाध्याय, रामचंद्र ठाकुर, उदय साव, मोहन बरनवाल, सुनील साव, मो इलियास, कुणाल सिंह, राजू यादव, कृष्णदेव यादव आदि मौजूद थे.
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