ईद-उल-अजहा आज. अल्लाह की राह में सबसे अजीज की कुर्बानी का नाम ही बकरीद है
अपने इकलौते पुत्र हजरत इस्माइल को कुर्बान करने की दास्तां हमें बकरीद के रूप में अल्लाह-तबारक-व-त””आला को राजी करने की सीख देती है. अल्लाह की राह में सबसे अजीज की कुर्बानी का नाम ही बकरीद है. उक्त बातें कहते हुए मौलाना कमरुद्दीन निजामी ने ईद उल अजहा के बारे में विस्तार से जानकारी दी. बताया कि एक बार हजरत इब्राहिम ने सपना देखा कि अल्लाह उनसे अपने सबसे अजीज की कुर्बानी मांग रहे हैं. इसके बाद उन्होंने अपने जानवर की कुर्बानी दी, लेकिन फिर ख्वाब आया कि वह अपने सबसे अजीज की कुर्बानी दें. इसके बाद हजरत इब्राहिम ने अपने अजीज इकलौते बेटे हजरत इस्माइल को कुर्बान करने का निर्णय लिया. कुर्बानी का समय करीब आ गया. बेटे को इसके लिए तैयार कर अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली और अपने बेटे की कुर्बानी दी. हजरत इब्राहिम की कुर्बानी के इस जज्बे से खुश होकर अल्लाह तआला ने हजरत इस्माइल की जान बख्श दी और उसकी जगह दुम्मा की कुर्बानी को कुबूल किया. बताया कि हजरत इब्राहिम की अल्लाह को राजी करने के लिए दी गयी कुर्बानी को सुन्नत मानते हुए मुस्लिम समुदाय ईद उल अजहा मनाते हैं. बताया कि इस दिन सुबह मस्जिद व ईदगाह में ईद उल अजहा की नमाज के बाद घरों में कुर्बानी दी जाती है.ईद-उल-अजहा की तैयारी पूरी
मुस्लिम समुदाय का पवित्र पर्व ईद उल अजहा शनिवार को मनाया जाएगा. इस बार बारिश के मद्देनजर अंजुमन कमेटियों ने व्यापक तैयारी की है. मस्जिद – ईदगाह को करीने से सजाया गया है. कई स्थानों पर ईदगाह में डेकोरेशन किया गया है. इधर बकरीद को ले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी अंतिम तैयारी कर ली है. शनिवार की सुबह से देर शाम तक बाजार में काफी चहल पहल रही. लोग त्योहार को ले खरीददारी में जुटे नजर आये. बकरीद को ले श्वनिवारर को बाजार में टोपी, रुमाल, रेडिमेड कपड़े, जूते-चप्पल व शृंगार की दुकानों में अच्छी खासी भीड़ रही.मुस्लिम समुदाय के लोग देर शाम तक खरीददारी में लीन दिखे.
नमाज को ले तय किया गया समय
ईद-उल-अजहा की नमाज को ले शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के दौरान मस्जिदों में इमाम व अंजुमन कमेटियों ने समय का निर्धारण कर ऐलान किया. इस निहित बरवाडीह ईदगाह में 7.15 बजे (बारिश हुई तो 7 बजे पहली जमात व 8 बजे दूसरी जमात), बरवाडीह ईदगाह में 8 बजे, मदीना मस्जिद बरवाडीह में 7 बजे, बरवाडीह गाजी नगर में 6.45 बजे, नुरी मस्जिद बरवाडीह में 6.30 बजे, भंडारीडीह जामा मस्जिद में 6.30 बजे, मस्जिद-ए- रशीद भंडारीडीह में 6.45 बजे, भंडारीडीह ईदगाह में 7.15 बजे, बिशनपुर में 7 बजे, बोड़ो में 7 बजे, तेलोडीह में 7 बजे,परातडीह ईदगाह में पहली जमात 6 बजे, दूसरी जमात 6.30 बजे, जामा मस्जिद गांडेय में 7 बजे, जामा मस्जिद मंझलाडीह में 6.45 बजे, जामा मस्जिद परमाडीह में 7 बजे, जामा मस्जिद महेशमुंडा(बड़कीटांड़-बैदाडीह) में 6.30 बजे ईद -उल-अजहा की नमाज अदा की जायेगी.
(समशुल अंसारी, गिरिडीह)
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है