बेंगाबाद थाना के रनियाटांड़ गांव की घटनाहरिला पंचायत के रनियाटांड़ गांव निवासी सीसीएल कर्मी लक्ष्मण दास के बड़े पुत्र दिलीप दास (25) ने बुधवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. गुरुवार की सुबह में देर तक उसके दरवाजा नहीं खुला तो उसे फोन किया गया. उसने फोन भी रिसीव नहीं किया. इसके बाद ग्रामीण दरवाजा तोड़कर ग्रामीण अंदर गये. अंदर में दिलीप को फांसी से झूलते देखा. ग्रामीणों की सूचना पर बेंगाबाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतार कर पोस्टमार्टम में सदर अस्पताल भेज दिया. बताया जाता है कि दिलीप के पिता सीसीएल में नौकरी करते हैं. उसकी पत्नी मायके गयी थी. वह घर में अकेला था. उसकी मां व अन्य पिता के साथ रहते हैं. ग्रामीणों के अनुसार परिजनों ने उसे सुबह में फोन किया, लेकिन उसने रिसीव नहीं किया. इसके बाद आसपास के ग्रामीणों को इसकी जानकारी देते हुए बात कराने को कहा. पड़ोसी जब उसके घर पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद मिला. आवाज लगाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला, तो ग्रामीणों ने दरवाजा तोड़ दिया. दरवाजा तोड़कर अंदर गये तो देखा कि युवक को गमछा से पंखे पर झूलता पाया.
नौ मई को हुई थी शादी
बताया जाता है कि लक्ष्मण दास के तीन बच्चे हैं. तीनों में दिलीप दास सबसे बड़ा था. नौ मई को उसकी शादी धनबाद की युवती से हुई थी. शादी के बाद उसके माता-पिता व अन्य गांव से चले गये. वहीं, उसकी पत्नी कुछ दिन पूर्व मायके चली गयी थी. शादी के डेढ़ माह के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या करने से चर्चा का बाजार गर्म है. पति की मौत की खबर से उसकी पत्नी का हाल बेहाल हो गया है. थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया शव को पोस्टमार्टम में सदर अस्पताल भेज दिया गया है. परिजनों के आवेदन के आधार पर कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है