कठवारा गांव की घटना, घंटों ग्रामीणों के कब्जे में रहा आरोपी मिथिलेश तिवारी
हमले के समय आरोपी के भाई के घर की छत पर सो रहा था 14 वर्षीय धोनी रजवार
धनबाद के एसएनएमएमसीएच में इलाज के दौरान तोड़ा दम
पीरटांड़ थाना क्षेत्र के कठवारा गांव में एक युवक के हमले में 14 वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी. मृतक धोनी रजवार स्व. लखन रजवार का पुत्र था. पुलिस के अनुसार, गुरुवार की रात नौ बजे हुए हमले में बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया था. इलाज के दौरान धनबाद के एसएनएमएमसीएच में शनिवार को पूर्वाह्न 10 बजे उसकी मौत हो गयी. आरोपी मिथिलेश तिवारी कठवारा गांव का ही रहनेवाला है. वह धोनी रजवार का पड़ोसी है. परिजन के अनुसार, धोनी रजवार गुरुवार की रात मिथिलेश के भाई के घर की छत पर सो रहा था. नशे में धुत मिथिलेश तिवारी उसके पास आया और बेवजह मारपीट शुरू कर दी. उस समय आरोपी का भतीजा भी धोनी के साथ सोया था. मिथिलेश ने घुटने से धोनी के पेट पर जोरदार वार कर दिया. उसे गंभीर चोट आयी. शुक्रवार की अलसुबह लोग बच्चे को सदर अस्पताल ले गये. उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने एसएनएमएमसीएच रेफर कर दिया. शनिवार को इलाज के दौरान धोनी रजवार की मौत हो गयी. बच्चे की मौत के बाद आरोपी ने की भागने की कोशिश : इधर, जैसे ही बच्चे की मौत की सूचना ग्रामीणों को मिली, गांव में रोष फैल गया. मौका पाकर आरोपी मिथिलेश टेंपो से भागने का प्रयास किया. लोग पीछा कर उसे टेंपो से उतार लिये और जमकर पीटा. ग्रामीणों ने आरोपी को घंटों बंधक बनाये रखा. स्थिति की गंभीरता को देख एसडीपीओ सुमित प्रसाद के अलावा पीरटांड़, खुखरा एवं मधुबन थाना पुलिस गांव पहुंच गयी. पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को आरोपी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब वे मिथिलेश को सौंपने को तैयार हुए. पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर थाना लौट आयी. थाना प्रभारी दीपेश कुमार ने बताया कि आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया गया है. शिकायत मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.स्थानीय लोगों ने की मुआवजे की मांग : बीडीओ मनोज मरांडी, सीओ गिरिजानंद किस्कू, अवर निरीक्षक जितेंद्र कुमार, निरंजन कच्छप, संजय यादव आदि भी गांव पहुंचे. अधिकारियों के पहुंचने पर लोगों ने मुआवजे की मांग की. आपसी सहयोग से कुछ राशि देने का आश्वासन मिला. ग्रामीणों ने बताया कि मृतक धोनी रजवार की मां बेसहारा हो गयी है. कुछ वर्ष पूर्व उसके पति लखन रजवार की मौत हो चुकी है. धोनी ही मां का सहारा था. अब बुढ़ापे का सहारा भी चला गया. वह अकेली रह गयी. बेटे की मौत पर मां के दहाड़ मारकर रोने से वहां मौजूद लोग भावुक हो गये
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