झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद रांची एवं स्कूलनेट इंडिया लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में आइसीटी 754 परियोजना के अंतर्गत गिरिडीह जिला के 10 केंद्रों में शिक्षकों का पांच दिवसीय कंप्यूटर प्रशिक्षण शिविर बुधवार को शुरू हुआ. प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों के शिक्षकों को कंप्यूटर ज्ञान बढ़ना है. प्रशिक्षण के पहले सत्र में स्कूलनेट इंडिया लिमिटेड के एडॉप्शन कोऑर्डिनेटर उमेश कुमार ने उत्क्रमित राजकीय मध्य विद्यालय घसकरीडीह में उपस्थित शिक्षकों को जे-गुरुजी प्लेटफॉर्म की विस्तृत जानकारी दी. बताया कि यह झारखंड सरकार द्वारा विकसित एक अभिनव डिजिटल शिक्षा मंच है, जो शिक्षकों और छात्रों को मोबाइल एप, वेब पोर्टल एवं ऑफलाइन संसाधनों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण सामग्री प्रदान करता है. जे-गुरुजी, संवादात्मक डिजिटल कंटेंट, शिक्षक प्रशिक्षण, मूल्यांकन उपकरण, लाइव क्लासेस और व्यापक मॉनीटरिंग जैसी सुविधाओं के माध्यम से राज्य में डिजिटल शिक्षा को नयी ऊंचाइयों तक पहुंचा रहा है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रौद्योगिकी के उपयोग और एकीकरण पर जोर दिया गया है.
दी जा रही कई महत्वपूर्ण
जानकारी
इसका उद्देश्य शिक्षा के सभी स्तरों पर प्रौद्योगिकी को शामिल करना है, जिसमें ई-पुस्तकालयों, ऑनलाइन शिक्षण प्लेटफार्मों और डिजिटल उपकरणों का उपयोग शामिल हैं. झारखंड सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का अनुपालन करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि आइसीटी 754 परियोजना के अंतर्गत राज्य के आठ जिलों के 754 विद्यालयों में आइसीटी लैब्स और स्मार्ट क्लासेस की स्थापना की गई है. इसमें गिरिडीह जिले के 303 विद्यालय भी शामिल हैं. प्रशिक्षण के पांच दिनों में स्कूल नेट इंडिया लिमिटेड के मास्टर ट्रेनर के द्वारा तकनीकी शिक्षा को बेहतर बनाने हेतु शिक्षकों में कंप्यूटर के बारे में बुनियादी जानकारी दी जायेगी. प्रशिक्षण में झारखण्ड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा उपलब्ध कराये गये रिसोर्स के उपयोग के बारे में भी बताया जायेगा. स्कूल नेट के 20 ट्रेनर एवं क्लस्टर कोऑर्डिनेटर पवन कुमार, उमाशंकर कुमार, मिहिर तिवारी और विकास कुमार 182 विद्यालयों के कुल 234 शिक्षकों को प्रशिक्षण दे रहे हैं.
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