साक्षी ने कुल 500 में से 473 अंक प्राप्त किए हैं और पूरे झारखंड में चौथा स्थान हासिल कर न सिर्फ अपने गांव और जिले का नाम रोशन किया है, बल्कि राज्य स्तर पर भी जगह बनायी है. साक्षी की इस सफलता से गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है. परिजन, शिक्षक और ग्रामीण मिठाई बांटकर उन्हें बधाई दे रहे हैं. साक्षी वर्तमान में उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय छोटकी खरगडीहा की छात्रा है.
मुश्किलों को दी मात, बनायी नयी राह
साक्षी की सफलता जितनी प्रेरणादायक है, उतनी ही संघर्षपूर्ण भी रही. उन्होंने बताया कि स्कूल में सिर्फ 10वीं तक के शिक्षक ही उपलब्ध थे. 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए कोई भी साइंस के शिक्षक नहीं थे, जिससे पढ़ाई में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लेकिन हौसले बुलंद थे और लक्ष्य स्पष्ट. उन्होंने गांव से 24 किलोमीटर दूर गिरिडीह जिला मुख्यालय में कोचिंग कर पढ़ाई जारी रखी और कठिन परिस्थितियों के बावजूद शीर्ष स्थान हासिल किया. साक्षी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, भाई-बहन और शिक्षकों को दिया है. उनके पिता दिनेश कुमार एक व्यवसायी हैं, जबकि माता सरिता देवी एक गृहिणी हैं. साक्षी के छोटे भाई दिव्यांशु गुप्ता कक्षा 7वीं में पढ़ रहे हैं और बहन प्राची गुप्ता 10वीं की छात्रा हैं. साक्षी ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य सिविल सेवा परीक्षा पास कर प्रशासनिक अधिकारी बनना है. वह समाज के लिए कार्य करना चाहती हैं और अपने गांव और जिले का नाम और ऊंचाइयों तक ले जाना चाहती हैं.
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