पेयजल संकट से परेशान ग्रामीणों ने गांव में खराब पड़े चापाकल को दुरुस्त करवाने की मांग की है. ग्रामीण सहदेव मरांडी, एलुस मरांडी, प्रदीप मरांडी, मुकेश बेसरा, उदय बेसरा, सविता मुर्मू, भज्जू तुरी, राजू तुरी, रामेश्वर तुरी, ब्रह्मदेव तुरी, संजय तुरी, मालती देवी, आरती देवी आदि ने बताया कि हरियाडीह गांव के साथ हरियाडीह के टोला मामापहरी, सुअरमारा, सुअरमारा के तुरियाटोला में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है. गांव व टोला में लगा चापाकल खराब पड़ा है. जलमीनार भी बंद है.
दूषित जल पीने पर मजबूर हैं लोग
आदिवासी टोला व तुरियाटोला में जलमीनार चालू तो है, लेकिन उससे पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल रहा है. आदिवासी टोला में लोगों को खेत में बने डाड़ी का दूषित जल पीना पड़ रहा है. पंचायत समिति सदस्य प्रमिला देवी ने खराब पड़े चापाकलों की मरम्मति उसे दुरुस्त करवाने की मांग की है. बताया कि हरियाडीह के टोला चनय घुटु में एक, सुअरमारा में तीन व मामापहरी में दो चापाकल खराब हैं. खराब चापाकल की मरम्मति व जलमीनार में खराबी को दूर पेयजल संकट को दूर करने की जरूरत है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है