पश्चिमी अफ्रीका के नाइजर में फंसे बगोदर के पांच प्रवासी मजदूरों की सकुशल रिहाई को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए केंद्रीय बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी गंभीर हैं. मंत्री ने विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर प्रसाद को 29 अप्रैल को ही पत्र लिखा है. उक्त जानकारी बगोदर के सांसद प्रतिनिधि महेश मिश्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शुक्रवार को दी. बताया कि मजदूरों के अपहृत होने के चार दिन बाद ही विदेश मंत्री को पत्र लिखा गया है. इसके बाद से विदेश मंत्री नाइजर सरकार के संपर्क में हैं. जल्द ही मजदूरों की रिहाई के मामले अच्छे संकेत मिलेंगे. कहा कि आतंकी संगठनों से कंपनी ने संपर्क कर मजदूरों की सुरक्षित होने की बात बतायी है.सभी को भोजन व पानी मिल रहा है. कंपनी और आतंकी संगठनों के बीच वार्ता हो रही है. कुछ जानकारियों को गुप्त रखते हुए धरातल पर कार्य किया जा रहा है. जल्द ही मजदूरों को रिहाई होगी. वहां की कंपनी के मैनेजर भी फंसे मजदूरों के परिवार के सदस्यों से संपर्क में हैं. कहा कि बगोदर में भाकपा माले के नेता मजदूरों को लेकर राजनीति कर रहे हैं. यदि मजदूरों के प्रति इतनी ही हमदर्दी है, तो दिल्ली जाकर विदेश मंत्री को इससे अवगत कराना चाहिए. भाकपा माले यह नही कर फंसे मजदूरों की आड़ में राजनीतिक कर रही है. इस मुद्दे को लेकर सभी को एक साथ मिलकर मजदूरों की रिहाई में आगे आना चाहिए, ना कि दोषारोपण किया जाना चाहिए. प्रेस कांफ्रेंस में दोंदलो के मुखिया तुलसी महतो, जगदीश महतो समेत आदि थे. मालूम रहे अगवा किये मजदूरों में दोंदलो के फलजीत महतो, चंद्रिका महतो, संजय महतो, राजू महतो और मुंडरो के उत्तम महतो शामिल हैं.
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