Giridih News : केएन बक्शी बीएड काॅलेज में शनिवार को एक राष्ट्र, एक चुनाव विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया. इस मौके पर प्राचार्य डॉ अजीत कुमार सिंह ने कहा कि बार-बार होने वाले चुनावों से सरकारी खजाने पर अतिरिक्त बोझ बढ़ता है. इन खर्चों में राजनीतिक पार्टियों के व्यय को शामिल कर दिया जाये तो खर्च काफी अधिक बढ़ जाता है. एक साथ चुनाव होने से इन खर्चों से बचा जा सकता है. वहीं उप प्राचार्य प्रो विनोद सुमन ने कहा कि अलग-अलग होने वाले चुनावों से अनिश्चितता और अस्थिरता की स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे आपूर्ति शृंखला, व्यावसायिक निवेश व आर्थिक विकास बाधित होता है. डॉ सुरेश यादव ने कहा कि निरंतर चुनावों से मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने में अत्यधिक चुनौती का सामना करना पड़ता है. एक साथ चुनाव कराने से मतदान प्रतिशत में वृद्धि होगी. डॉ शंकर सिंह ने कहा निर्वाचन प्रक्रिया में सरकारी अधिकारियों एवं सुरक्षा बलों का बार-बार उपयोग उनके कर्तव्यों के निर्वहन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है. प्रो निलेश लकड़ा ने कहा कि बार-बार होने वाले चुनावों के कारण सरकारी मशीनरी में व्यवधान से नागरिकों को कठिनाई होती है. संचालन प्रो मदन कुमार ने किया. मौके पर प्रशिक्षु बुलबुल कुमारी, दीपा कुमारी, कलोती टुडू, सहजानंद वर्मा, आबिद अंसारी, रेशमा कुमारी, प्रियंका यादव, गौतम कुमार, सरिता हांसदा सहित अन्य ने भी अपने विचार साझा किये.
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