सरिया क्षेत्र में हाथियों का उत्पाद बुधवार की रात लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा. मंगलवार की रात फकीरापहरी के एक जनवितरण प्रणाली की दुकान को इस झुंड ने निशाना बनाया था. वहीं, बुधवार की मध्य रात्रि सरिया प्रखंड क्षेत्र के छतरबाद स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में सात हाथियों के झुंड ने धावा बोला. स्कूल की चहारदीवारी, खिड़की व दरवाजे तोड़कर बच्चों के लिए रखे मध्याह्न भोजन के लगभग दो क्विंटल चावल खा गये. इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरुणदीप ने बताया कि रात में हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी. सूचना पाकर वन विभाग की टीम पहुंची और हाथियों को खदेड़ना शुरू किया.
आठ बार विद्यालय को निशाना बना चुके हैं हाथी
रात 12 बजे से 4 बजे सुबह तक लगातार चार घंटे की मशक्कत के बाद उन्हें नजदीक के जंगल की ओर खदेड़ा गया. बताते चलें कि वन सीमा और बराकर नदी से सटे होने के कारण यहां हाथियों का लगातार आना-जाना लगा रहता है. प्रत्येक वर्ष हाथी इस विद्यालय को नुकसान पहुंचाते हैं. प्रधानाध्यापक ने बताया कि अभी तक हर वर्ष कुल आठ बार हाथियों ने इस विद्यालय को नुकसान पहुंचाया है. प्रत्येक बार नुकसान का आवेदन भी विभाग को दिया गया है, लेकिन मुआवजा नहीं मिल सका है. अब तक विद्यालय के विकास राशि से ही इसकी मरम्मत होती रही है.
झुंड में शामिल हैं दो बच्चे
इस संबंध में वन परिसर पदाधिकारी अंशु कुमार पांडेय ने बताया कि सात हाथियों का झुंड वर्तमान में सरिया के जंगलों में विचरण कर रहा है. इसमें पांच बड़े व दो छोटे हाथी हैं. हाथियों के झुंड को क्षेत्र से खदेड़ने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि, अभी भी हाथी पास के ही जंगल में हैं. ग्रामीणों को सतर्क रहने की आवश्यकता है. कहा कि बेवजह हाथियों को उकसाने का प्रयास नहीं करें. हाथियों के गांव में प्रवेश करते ही विभाग को सूचना दें. विभाग हाथियों को गांव से बाहर करेगा.
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