बीडीओ सुनील कुमार मुर्मू के निर्देश के बावजूद नयी आवंटित पंचायतों में योगदान देने में आनाकानी करते हुए रोजगार सेवक ने तय समय पार कर दिया. रोजगार सेवक पूर्व की पंचायतों में ही डटे हुए हैं. बीडीओ के आदेश को नहीं मानने से पंचायतों में मनरेगा योजना का डिमांड काटकर मजदूरों को रोजगार देने व मनरेगा कार्य पर इसका असर पड़ा है.
आइडी-पासवर्ड दूसरे रोजगार सेवक को
संबंधित पंचायतों के मुखिया ने इसकी शिकायत बीडीओ से करते हुए रोजगार सेवक की मांग की है. कहा कि पूर्व के रोजगार सेवक अपना आईडी पासवर्ड दूसरे रोजगार सेवक को नहीं दे रहे. फलत: मनरेगा योजनाओं में काम करने वाले मजदूरों का डिमांड नहीं कट पा रहा है. इस स्थिति में बरसात के पूर्व बंद की जाने वाली योजनाओं पर इसका असर देखने को मिलेगा. इन योजनाओं के भौतिक स्वरूप भी बरसात में बदलने की पूरी संभावना है. इसका नुकसान लाभुकों को उठाना पड़ेगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए बीडीओ सुनील कुमार मुर्मू ने कहा कि योगदान देनेवाले रोजगार सेवकों से स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. साथ ही आदेश की अवहेलना करने के मामले में उक्त रोजगार सेवकों का मानदेय भी काटा जायेगा.
शो-कॉज किया जायेगा : बीडीओ
विदित हो कि बेंगाबाद बीडीओ ने 27 मई को पत्र निर्गत करते हुए बेंगाबाद की छह पंचायतों के रोजगार सेवकों को बदलकर दूसरी पंचायतों में एक सप्ताह के अंदर योगदान कर रिपोर्ट करने को कहा था. तय अवधि बीतने के बाद भी रोजगार सेवकों ने बीडीओ के आदेश की अवहेलना की है. इसे बीडीओ ने कर्तव्यहीनता बताते हुए कार्रवाई की बात कही है.
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